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रविवार, जुलाई 13, 2025
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राज्यपाल रामेन डेका का संदेश: “जीवन की रक्षा के लिए जागरूकता जरूरी”, आकांक्षी ब्लॉक कोरबा व पोंड़ीउपरोड़ा में अधिकारियों को दिए निर्देश

कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल श्री रामेन डेका ने आज कोरबा जिले के आकांक्षी ब्लॉक कोरबा और पोंड़ी उपरोड़ा में विकासखंड स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों की गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि “जीवन में बदलाव और जीवन की रक्षा के लिए जागरूकता अत्यंत आवश्यक है।” राज्यपाल ने स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, जल प्रबंधन, सुपोषण, स्वच्छता और सड़क सुरक्षा जैसे प्रमुख बिंदुओं पर अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए।

राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि विकास केवल आंकड़ों का खेल नहीं बल्कि आमजन के जीवन में वास्तविक सुधार लाने का माध्यम होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को आकांक्षी ब्लॉकों के निर्धारित पैरामीटर्स (सूचकांकों) में सेचुरेशन सुनिश्चित करने, योजनाओं के लाभ वास्तविक पात्र लोगों तक पहुँचाने और कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी।

स्वास्थ्य और पोषण पर विशेष ज़ोर
राज्यपाल ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जाए, आयुष्मान भारत योजना के लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिलें और टीबी, डायबिटीज व हाइपरटेंशन जैसे रोगों की समय पर पहचान और इलाज सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अनुसूचित क्षेत्रों में बच्चों को समय पर पूरक पोषण आहार देने और उन्हें सुपोषित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा।

शिक्षा और युवाओं का भविष्य
राज्यपाल ने ड्रॉपआउट बच्चों को दोबारा शिक्षा से जोड़ने, बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों में सुधार लाने और 60% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या बढ़ाने पर बल दिया। साथ ही, उन्होंने पालक-शिक्षक बैठकों को नियमित रूप से आयोजित करने की सलाह दी ताकि अभिभावकों की सहभागिता भी बढ़े।

श्री डेका ने पर्यावरण संरक्षण को जनांदोलन बनाने की जरूरत बताते हुए कहा कि “हर व्यक्ति अपने घर, मोहल्ले या कार्यालय परिसर में एक पेड़ अपनी माँ के नाम से लगाए।” उन्होंने रेन वाटर हार्वेस्टिंग, अमृत सरोवर, डबरी और तालाबों में जल की सतत उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मानसून पूर्व और पश्चात आकलन करने के निर्देश दिए।

ग्रामीण आजीविका और महिला सशक्तिकरण
राज्यपाल ने स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को “लखपति दीदी” बनाने और ग्रामीणों को पशुपालन, खेती और कौशल विकास से जोड़ने के लिए कार्य योजनाएं बनाने को कहा। उन्होंने खेलकूद, जिम, लाइब्रेरी, और सामुदायिक भवनों की स्थापना से गाँवों में सक्रिय सामाजिक और शैक्षणिक माहौल विकसित करने के निर्देश दिए।

सड़क दुर्घटनाओं को रोकने की दिशा में राज्यपाल ने कहा कि जुर्माना ही एकमात्र उपाय नहीं है, बल्कि लोगों को सतत जागरूक करना अधिक जरूरी है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को यातायात जागरूकता अभियान और शिविर आयोजित करने के निर्देश भी दिए।

फ्लैगशिप योजनाओं का ज़मीनी क्रियान्वयन
राज्यपाल ने भारत सरकार और राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं जैसे भारत नेट, प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा आदि में प्रगति लाने और इनका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों से कहा कि वे पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ कार्य करें।

उन्होंने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे विकास कार्यों में सक्रिय सहभागिता करें और जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में सहायक बनें।

बैठक के समापन पर जिला कलेक्टर अजीत वसंत ने कहा कि महामहिम राज्यपाल द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का गंभीरता से पालन किया जाएगा। बैठक में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, डीएफओ कुमार निशांत, जिला पंचायत सीईओ दिनेश नाग, अपर कलेक्टर, एसडीएम सहित दोनों ब्लॉकों के समस्त विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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