कोरबा (पब्लिक फोरम)। दीपका खदान में संचालित केसीसी कंपनी के इंचार्ज ने नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से ठगी की है। नौकरी का वादा करके उनसे 15-15 हजार रुपये की वसूली की गई है। पैसा देने के बावजूद भी, ये युवक नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। ठगी का शिकार हुए इन बेरोजगार युवकों ने कलेक्टर से शिकायत कर उचित कार्यवाही की मांग की है।
एसईसीएल दीपका खदान में स्थित केसीसी नामक एक निजी कंपनी के इंचार्ज, तुलसी बारिक ने चालक के चार और ऑपरेटर के दो पदों पर भर्ती के लिए अर्पित कुमार पटेल एवं बपी महाभोई के खाते में 15-15 हजार रुपये जमा कराए थे। यह वादा किया गया था कि सभी को एक सप्ताह के भीतर नौकरी पर रख लिया जाएगा, और अगर ऐसा नहीं हो पाया तो उनकी राशि वापस कर दी जाएगी। काम पर लगने के बाद और 15-15 हजार रुपये देने की बात भी कही गई थी। सात महीने बीत जाने के बावजूद, बेरोजगार युवक अभी भी नौकरी के लिए भटकने को मजबूर हैं।
युवकों का आरोप है कि उन्हें ब्याज पर पैसे लेकर जमा करने को कहा गया था, लेकिन ना तो नौकरी दी जा रही है और ना ही पैसे वापस किए जा रहे हैं। सवाल पूछने पर उन्हें गुमराह किया जा रहा है। पीड़ित पवन दास, अमित कुमार, शत्रुघन केवट, रितेश कुमार, देवी चरण, और मनोज कुमार ने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, अन्य अधिकारियों और महाप्रबंधक दीपका केसीसी कंपनी को पत्र लिखकर उचित कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर तीन दिन के भीतर उनकी राशि वापस नहीं की गई, तो वे केसीसी कंपनी के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी केसीसी कंपनी और प्रशासन की होगी।
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