कोरबा (पब्लिक फोरम)। संत कबीर जयंती के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कोरबा जिलेवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाइयां प्रेषित की हैं।
अपने संदेश में श्री अग्रवाल ने कहा कि संत कबीर दास न केवल एक महान संत थे, बल्कि वे एक युगप्रवर्तक कवि और समाज सुधारक के रूप में भी समादृत हैं। उन्होंने अपने दोहों के माध्यम से समाज को सत्य, समता और नैतिकता की दिशा में अग्रसर करने का कार्य किया।
श्री अग्रवाल ने संत कबीर के प्रसिद्ध दोहों का उल्लेख करते हुए कहा:
“बुरा जो देखन मैं चला, बुरा मिलिया न कोय,
जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय”
यह दोहा आत्मचिंतन और आत्ममंथन का संदेश देता है। इसी प्रकार उनका एक और प्रसिद्ध दोहा:
“साईं इतना दीजिए, जामे कुटुम्ब समाय,
मैं भी भूखा न रहूं, साधु न भूखा जाए”
यह दोहा संतुलित जीवन और सामाजिक समरसता का आदर्श प्रस्तुत करता है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि कबीरदास जी का जीवन और विचार आज भी प्रासंगिक हैं और समाज को एक सकारात्मक दिशा देने वाले हैं। इस पावन अवसर पर हम सभी को उनके आदर्शों को आत्मसात कर समाज में समरसता, सद्भाव और सेवा की भावना को बढ़ावा देना चाहिए।
उन्होंने अंत में क्षेत्रवासियों को संत कबीर जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं और मंगलकामनाएं देते हुए उनके विचारों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
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