नई दिल्ली (पब्लिक फोरम)। समाजवादी विचारधारा की एक सशक्त स्तंभ, पूर्व रक्षा मंत्री स्वर्गीय जॉर्ज फर्नांडीस की पत्नी लैला कबीर का निधन हो गया। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। वे न केवल एक प्रतिष्ठित समाजसेवी थीं, बल्कि संघर्षशील किसान आंदोलनों और समाजवादी विचारधारा से भी गहराई से जुड़ी रहीं।
लैला कबीर का अंतिम संस्कार कल सुबह 11:30 बजे दिल्ली के ग्रीन पार्क क्रेमेटोरियम में किया जाएगा। इस अवसर पर समाजवादी साथियों, किसान संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों से उपस्थित होने की अपील की गई है।
समाजवादी विचारधारा की निष्ठावान प्रतिनिधि
लैला कबीर अपने जीवन में हमेशा सिद्धांतों और समाज सेवा को प्राथमिकता देती रहीं। उनका जीवन संघर्ष, सेवा और संवेदनशीलता का प्रतीक रहा। वे अपने पति जॉर्ज फर्नांडीस के राजनीतिक और सामाजिक आंदोलनों में एक मजबूत स्तंभ की तरह साथ खड़ी रहीं।
जॉर्ज फर्नांडीस भारत के प्रमुख समाजवादी नेताओं में से एक थे, जिन्होंने आपातकाल के दौरान तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाई थी। ऐसे कठिन दौर में लैला कबीर ने न सिर्फ एक जीवनसाथी का दायित्व निभाया, बल्कि विचारधारा और मूल्य आधारित राजनीति को भी सशक्त किया।
किसान आंदोलन से गहरा नाता
लैला कबीर किसानों के अधिकारों और हक के लिए चल रहे आंदोलनों में भी सक्रिय रही थीं। वे अक्सर शांत लेकिन प्रभावी ढंग से संघर्षशील संगठनों के साथ खड़ी दिखती थीं। उनके योगदान को किसान संगठनों और समाजवादी कार्यकर्ताओं ने हमेशा सम्मान और प्रेरणा के रूप में देखा।
उनके निधन पर कई समाजवादी नेताओं, कार्यकर्ताओं और संगठनों ने गहरा दुख प्रकट किया है। किसान संघर्ष समिति सहित अनेक संगठनों ने उन्हें अपनी ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है और उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है।

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