ग्राम पंचायतों में मनाया गया रोजगार दिवस, श्रमिकों के हितों पर विशेष फोकस
कोरबा (पब्लिक फोरम)। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में मंगलवार को रोजगार दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्रमिकों को मनरेगा के तहत प्राप्त उनके अधिकारों और हकदारियों की जानकारी दी गई।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिनेश कुमार नाग ने सभी जनपद पंचायतों के सीईओ और कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देशित किया था कि प्रत्येक माह की 7 तारीख को जागरूकता गतिविधि के रूप में रोजगार दिवस आयोजित किया जाए। इसी के तहत जिले की ग्राम पंचायतों में यह आयोजन हुआ।
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श्रमिकों को जागरूक करने का प्रयास
रोजगार दिवस में तकनीकी सहायकों और रोजगार सहायकों ने श्रमिकों को मनरेगा के तहत प्रदान की जाने वाली सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी। श्रमिकों को बताया गया कि वर्तमान में मनरेगा के तहत मजदूरी दर 243 रुपये प्रतिदिन है। इसके अलावा, श्रमिकों को उनके अधिकार जैसे:
जॉब कार्ड प्राप्त करने का अधिकार,
प्रति वर्ष 100 दिनों के काम की मांग का अधिकार,
समय पर मजदूरी भुगतान का अधिकार,
कार्यों के सामाजिक अंकेक्षण में भागीदारी का अधिकार,
जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी प्रकाश डाला गया।
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सक्रिय भागीदारी से श्रमिकों का सशक्तिकरण
इस कार्यक्रम के तहत रैनपुर खुर्द, पहाड़गांव, सलिहाभाटा, तानाखार, पिपरिया, वनखेता, केंदई, तनेरा, सुखरीखुर्द, वीरतराई, संडेल, चांपा, डोंगरी, धवईपुर, बतारी, कटसिरा, रलिया, देवरी, धनरास, धनगांव, गढ़उपरोड़ा, दोदरों, सतरेंगा, तिलईडांड, तिलकेजा, भैंसमा, देवपहरी सहित कई ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, मनरेगा के पंजीकृत श्रमिकों और ग्रामीणों ने सक्रिय भागीदारी की। रोजगार दिवस का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण श्रमिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित करना था।
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