कोरबा (पब्लिक फोरम)। एसईसीएल के गेवरा खनन क्षेत्र में भूविस्थापित किसानों के परिवार के ड्राइवरों पर हुए जानलेवा हमले के मामले में ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए समूह कंपनी निदेशक (सीएमडी) को पत्र लिखा है। समिति के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने पत्र में 5 मई 2025 की घटना का उल्लेख करते हुए बताया कि कोयला खनन फेस से कोल स्टॉक तक परिवहन कार्य में लगे ड्राइवरों पर रोड सेल के दलालों ने हमला किया, जिससे खनन परिसर में सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर चूक सामने आई है।
उन्होंने कहा कि हमले के शिकार कामगार भूविस्थापित परिवारों से ताल्लुक रखते हैं, जिन्हें स्थायी रोजगार नहीं मिलने के कारण आउटसोर्सिंग कंपनियों में काम करना पड़ रहा है। हमलावर रोड सेल के दलाल हैं, जो अपनी परिवहन कंपनियों के लिए कोयला अवैध रूप से निकालने की कोशिश में थे। इस मामले में कोल डिस्पैच इंचार्ज की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं, जिनके संरक्षण में लंबे समय से अवैध गतिविधियां चल रही हैं।

समिति ने सीएमडी से मांग की है कि हमलावरों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए और खनन क्षेत्र में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। घायल कामगारों को विभागीय स्तर पर इलाज एवं भत्ता देने की भी मांग की गई है। साथ ही, सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वाले एसईसीएल कर्मचारियों को तत्काल स्थानांतरित करने का आह्वान किया गया है।
समिति ने चेतावनी दी कि यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा। इससे पहले सराईपाली परियोजना में कोयला दलालों के विवाद में हत्या की घटना भी हो चुकी है, जिससे खनन क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता सामने आई है।
प्रमुख मांगें:
1. हमलावर दलालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई।
2. खनन क्षेत्र में अनाधिकृत प्रवेश पर प्रतिबंध।
3. सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वाले कर्मचारियों की जांच।
4. घायल कामगारों के लिए चिकित्सा सहायता एवं भत्ता।
5. सुरक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए तत्काल योजना।
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