गुरूवार, दिसम्बर 12, 2024
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कर्ज में डूबे टेलरिंग व्यवसायी ने की पत्नी की हत्या, बेटियों पर हमला और खुदकुशी की कोशिश: समाज के लिए बड़ा सबक! 

कोरबा (पब्लिक फोरम)। दर्री थाना अंतर्गत वार्ड क्रमांक 48, जमनीपाली में सोमवार रात एक हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। टेलरिंग व्यवसायी मनोज साहू, जो आर्थिक तंगी और कर्ज के भारी दबाव से परेशान था, ने अपनी पत्नी सतरूपा साहू की हत्या कर दी। इसके बाद अपनी दोनों बेटियों पर जानलेवा हमला करने के बाद खुद आत्महत्या की कोशिश की। इस घटना ने पूरे इलाके में शोक और आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मनोज साहू, जो स्थानीय क्षेत्र में टेलरिंग का व्यवसाय करता था, लंबे समय से आर्थिक तंगी और बढ़ते कर्ज के कारण मानसिक तनाव में था। सोमवार रात उसने अपनी पत्नी सतरूपा साहू का गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने अपनी दोनों बेटियों पर हमला किया। 
छोटी बेटी मीठी गंभीर रूप से घायल है और जिला अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने उसकी हालत नाजुक बताई है। बड़ी बेटी को मामूली चोटें आई हैं, और प्राथमिक उपचार के बाद उसे घर भेज दिया गया है। 

घटना के पीछे की वजह
पुलिस के अनुसार, यह पूरी घटना मनोज पर कर्ज के भारी बोझ और मानसिक तनाव के कारण हुई। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह लंबे समय से इन परेशानियों से जूझ रहा था और परिवार के लिए पर्याप्त संसाधन जुटाने में असमर्थ महसूस कर रहा था। 
घटना के बाद क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। पड़ोसियों और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और मानसिक स्वास्थ्य परामर्श देने की मांग की है। इसके साथ ही, इस घटना ने समाज के सामने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि बढ़ते कर्ज और मानसिक तनाव के मामलों को समय रहते कैसे रोका जाए। 

मानसिक तनाव और कर्ज: समाज के लिए चेतावनी!
  यह घटना कर्ज और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों की गंभीरता को उजागर करती है। विशेषज्ञों के अनुसार, समय पर उचित परामर्श और आर्थिक सहायता से ऐसी त्रासदियों को रोका जा सकता है। सरकार और समाज को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे व्यक्तियों को समय पर मदद मिले।

  जमनीपाली की इस घटना ने पूरे समाज को झकझोर दिया है। यह केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतावनी है। कर्ज और मानसिक तनाव जैसे मुद्दों पर समय रहते कदम उठाना ही ऐसी घटनाओं को रोकने का एकमात्र तरीका है।

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