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शनिवार, मार्च 15, 2025
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ग्राम पंचायत दर्रामुड़ा गौतम चौक में ऐतिहासिक और भव्य होलिका दहन

मांदर-झांझ की गूंज और डंडा नृत्य से संगीतमय हुआ दर्रामुड़ा

आपसी भाईचारे, एकता और लोकसंस्कृति के अद्भुत संगम ने पर्व को बनाया अविस्मरणीय

रायगढ़-खरसिया(पब्लिक फोरम)। 14 मार्च। खरसिया के ग्राम पंचायत दर्रामुड़ा में होली का पर्व बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जहां गौतम चौक पर पारंपरिक तरीके से होलिका दहन किया गया, जो इस वर्ष ऐतिहासिक और यादगार बना। इस कार्यक्रम में सभी वर्गों के लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, विशेष रूप से गांव की महिलाओं ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर पूजा-अर्चना की। सरपंच, उपसरपंच, पंचों, वरिष्ठजनों, युवाओं और बच्चों सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी भव्य बना दिया, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल बना रहा।

खरसिया के ग्राम पंचायत दर्रामुड़ा में इस वर्ष का होलिका दहन एक ऐतिहासिक और भव्य आयोजन बना, जिसे गांव के सरपंच, उपसरपंच, पंचों ने वरिष्ठजनों के मार्गदर्शन और युवाओं के विशेष सहयोग से गौतम चौक में आयोजित करने का निर्णय लिया। इस निर्णय के तहत पहले पंचायत भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई, जिसमें सर्वसम्मति से इस आयोजन को गौतम चौक में करने की सहमति बनी। इसके बाद वरिष्ठजनों, युवाओं और बच्चों के साथ एक और बैठक गौतम चौक में आयोजित की गई, जहां सभी ने एकमत होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने का संकल्प लिया। गांव के वरिष्ठजनों ने मार्गदर्शन प्रदान किया, जबकि युवाओं और विभिन्न वर्गों के लोगों ने पूरे जोश और समर्पण के साथ इस आयोजन को भव्य बनाने में अपना योगदान दिया। यह सामूहिक प्रयास गांव के इतिहास में एक नई पहचान बना गया, जहां परंपरा और एकता का अद्भुत संगम देखने को मिला।

होलिका दहन कार्यक्रम को गौतम चौक में आयोजित करने के पीछे मुख्य उद्देश्य यह था कि गांव के सभी बड़े-बुजुर्ग, माताएं-बहनें, युवा और बच्चे एक साथ आकर इस पवित्र अवसर पर सम्मिलित हो सकें और श्रद्धा व भक्ति के साथ पूजा-अर्चना कर सकें। पूर्व में यह आयोजन विभिन्न स्थानों पर किया जाता था, लेकिन इस वर्ष इसे गांव के केंद्र गौतम चौक में स्थापित करने से पूरे गांव की भागीदारी सुनिश्चित हो सकी। होली केवल रंगों का पर्व नहीं, बल्कि आपसी भाईचारे, एकता और परंपरा का प्रतीक भी है, और इसी संदेश को जीवंत करने के लिए इस आयोजन को एक विशेष उत्सव के रूप में मनाया गया। गौतम चौक में बड़े स्तर पर इस आयोजन से ग्रामीणों को एक साथ आने और अपनी संस्कृति को मजबूत करने का अवसर मिला, जिससे पूरे क्षेत्र में हर्ष और उल्लास का वातावरण बना रहा।

ग्राम पंचायत दर्रामुड़ा के गौतम चौक में आयोजित इस भव्य होलिका दहन कार्यक्रम में ग्राम के सभी वर्गों के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए, जिसमें विशेष रूप से महिलाओं ने भी बड़ी भागीदारी निभाई। गांव की माताएं-बहनें इस पावन अवसर पर पूजा-अर्चना के लिए एकत्रित हुईं और पूरे विधि-विधान से होलिका की परिक्रमा कर परिवार और समाज की समृद्धि की कामना की। बच्चों और युवाओं में भी इस आयोजन को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम के दौरान सक्रिय भूमिका निभाई। इस ऐतिहासिक आयोजन ने गांव के लोगों के बीच आपसी सौहार्द और समर्पण की भावना को और मजबूत किया, जिससे यह पर्व एक यादगार बन गया।

ग्राम पंचायत दर्रामुड़ा के गौतम चौक में आयोजित भव्य होलिका दहन कार्यक्रम में गांव के सभी वर्गों के लोग पूरे उत्साह और उमंग के साथ शामिल हुए, जहां चारों ओर रंगों की बौछार और उल्लास का वातावरण बना रहा। लोगों ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर गले मिलते हुए होली की शुभकामनाएं दीं, जिससे पूरे गांव में आपसी प्रेम और सौहार्द की अनूठी छटा बिखर गई। इस पावन अवसर पर ग्राम पंचायत दर्रामुड़ा के वरिष्ठजनों, युवाओं और बच्चों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ गांव भर में घूमकर डंडा नृत्य किया, जिसमें मांदर, झांझ और ढोल की थाप पर कदमताल करते हुए रंग-बिरंगे परिधानों में सजे युवा और बच्चे गांव की गलियों में होली की शुभकामनाएं देने पहुंचे। हर घर के आंगन में रंग-गुलाल उड़ता रहा, और पूरे गांव में पारंपरिक लोकसंस्कृति की झलक दिखाई दी। मांदर, झांझ की गूंज और डंडा नृत्य की ऊर्जा से पूरा दर्रामुड़ा संगीतमय हो उठा, जिससे गांववासियों में जोश और उमंग का संचार हुआ।

यह आयोजन केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि गांव की सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया, जिसने होली को ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बना दिया।

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