कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के औद्योगिक शहर कोरबा में अपराध को रोकने और सुरक्षा को मजबूत करने के लिए पुलिस ने एक खास अभियान शुरू किया है। “सजग कोरबा” के तहत पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितीश ठाकुर के मार्गदर्शन में जिले भर में किरायेदारों, होटल-लॉज संचालकों और फेरीवालों की सघन जांच की जा रही है। यह कदम न सिर्फ कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए है, बल्कि हर नागरिक को सुरक्षित महसूस कराने का भी वादा करता है।
अपराध रोकने की अनोखी पहल
कोरबा एक ऐसा शहर है जहां स्थानीय लोगों के साथ-साथ बाहर से आए लोग भी उद्योग, व्यापार और छोटे-मोटे कामों के लिए रहते हैं। लेकिन कई बार संदिग्ध लोग किराए के मकानों या होटलों में छिपकर अपराध को अंजाम देते हैं। इसे रोकने के लिए पुलिस ने सख्त नियम बनाए हैं। मकान मालिकों, होटल और लॉज संचालकों को अपने किरायेदारों या मेहमानों की पूरी जानकारी थाने में जमा करने का निर्देश दिया गया है। इसमें नाम, पता, मूल निवास, मोबाइल नंबर और आधार कार्ड जैसे विवरण शामिल हैं। अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखे, तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को देनी होगी।
नियम तोड़ा तो होगी कार्रवाई
पुलिस ने साफ चेतावनी दी है कि अगर मकान मालिक या किरायेदार यह जानकारी नहीं देते और भविष्य में किरायेदार किसी अपराध में शामिल पाया जाता है, तो मकान मालिक के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। यह जिम्मेदारी सिर्फ मकान मालिकों की नहीं, बल्कि किरायेदारों की भी है कि वे अपनी जानकारी थाने में दर्ज कराएं। पुलिस का मानना है कि इससे अपराधियों को पनपने का मौका नहीं मिलेगा।
जनता से सहयोग की अपील
“सजग कोरबा” अभियान का मकसद सिर्फ जांच करना नहीं, बल्कि लोगों में सुरक्षा का भरोसा जगाना भी है। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे अपने आसपास के संदिग्ध लोगों या किरायेदारों की जानकारी थाने में दें। यह कदम न सिर्फ अपराध को रोकेगा, बल्कि कोरबा को एक सुरक्षित और शांत शहर बनाने में मदद करेगा।
“सजग कोरबा” अभियान का मकसद सिर्फ जांच करना नहीं, बल्कि लोगों में सुरक्षा का भरोसा जगाना भी है। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे अपने आसपास के संदिग्ध लोगों या किरायेदारों की जानकारी थाने में दें। यह कदम न सिर्फ अपराध को रोकेगा, बल्कि कोरबा को एक सुरक्षित और शांत शहर बनाने में मदद करेगा।
भावनात्मक अपील के साथ सख्ती
यह अभियान केवल नियम-कानून की बात नहीं है, बल्कि हर नागरिक के जीवन की सुरक्षा से जुड़ा है। कल्पना करें, आपका पड़ोसी या किरायेदार कोई संदिग्ध हो और उसकी वजह से आपके परिवार को खतरा हो – क्या यह डरावना नहीं है? पुलिस का यह प्रयास हर मां को अपने बच्चों की चिंता से मुक्ति, हर बुजुर्ग को निश्चिंत नींद और हर युवा को सुरक्षित भविष्य देने की कोशिश है।
यह अभियान केवल नियम-कानून की बात नहीं है, बल्कि हर नागरिक के जीवन की सुरक्षा से जुड़ा है। कल्पना करें, आपका पड़ोसी या किरायेदार कोई संदिग्ध हो और उसकी वजह से आपके परिवार को खतरा हो—क्या यह डरावना नहीं है? पुलिस का यह प्रयास हर मां को अपने बच्चों की चिंता से मुक्ति, हर बुजुर्ग को निश्चिंत नींद और हर युवा को सुरक्षित भविष्य देने की कोशिश है।
क्या कर रही है पुलिस?
जिले के सभी थानों और चौकियों में पुलिस टीमें सक्रिय हैं। होटल, लॉज, किराए के मकानों और फेरीवालों की लगातार जांच हो रही है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर व्यक्ति का police verification हो, ताकि अपराधियों की पहचान पहले ही हो सके।
आप भी बनें सजग
कोरबा पुलिस का यह अभियान तभी सफल होगा, जब आप भी इसमें साथ देंगे। अपने आसपास नजर रखें, संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान दें और पुलिस को सूचित करें। आखिर, यह शहर हमारा है और इसकी सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है।
“सजग कोरबा” न सिर्फ एक अभियान है, बल्कि एक संकल्प है—सुरक्षा का, शांति का और एक बेहतर कल का। तो आइए, इस पहल में हाथ बटाएं और अपने शहर को अपराधमुक्त बनाएं।
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