कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की ग्राम पंचायत श्यांग की निवासी, आदिवासी महिला चमरीन बाई राठिया ने रोजगार सहायक सचिव प्रकाश सिंह चौहान पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगाया है। चमरीन बाई के अनुसार, प्रकाश सिंह चौहान ने जनपद अधिकारियों के द्धारा मांगे जाने के नाम पर, आवास दिलाने के लिए पहले 25,000 रुपये की मांग की और वह यह राशि चुका चुकी हैं। इसके बाद, रोजगार सहायक ने फिर से 10,000 रुपये की मांग की और यह रकम मांगते समय उसे चमरीन बाई के घर आते हुए देखा गया, जिसका वीडियो साक्ष्य भी उन्होंने बनाया है और इसे शिकायत के साथ संलग्न किया गया है।
चमरीन बाई ने जिलाधीश महोदय से निवेदन किया है कि वे इस भ्रष्टाचार की जांच कराएं और रोजगार सहायक सचिव के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए उनका पैसा वापस दिलाने की कृपा करें। यह मामला केवल एक व्यक्ति की समस्या नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में फैले भ्रष्टाचार का प्रतीक है, जहां जरूरतमंद लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए भी भारी रिश्वत देनी पड़ती है।
इस प्रकरण में निष्पक्ष जांच और पारदर्शिता सुनिश्चित करना आवश्यक है ताकि प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं अपने उद्देश्य में सफल हो सकें और वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंच सकें। जिलाधीश से अपील की जाती है कि इस मामले में शीघ्र और निष्पक्ष कार्रवाई कर भ्रष्टाचार की जड़ें उखाड़ें और गांव के लाभार्थियों को उनका हक दिलाएं।
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