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गुरूवार, जुलाई 17, 2025
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बालको सेक्टर-6 के विवादित आवास निर्माण पर गहराया विवाद: रात के अंधेरे में काटे जा रहे पेड़, पर्यावरण प्रेमियों में आक्रोश!

“कलेक्टर जन-दर्शन कार्यक्रम में भी शिकायत”

कोरबा (पब्लिक फोरम)। भारत एल्युमिनियम कंपनी (BALCO) द्वारा निर्मित किए जा रहे बहुमंजिला G-9 आवास परियोजना पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। आरोप है कि बालको प्रबंधन ने दशकों पुराने सैकड़ों पेड़ों को स्थानांतरित करने की शर्त का खुला उल्लंघन करते हुए, रात के अंधेरे में जेसीबी मशीनों से पेड़ों की कटाई शुरू कर दी है। इस घटना से स्थानीय निवासियों और पर्यावरण प्रेमियों में भारी आक्रोश है और वे तत्काल निर्माण कार्य रोकने तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

दशकों पुराने पेड़ों पर खतरा: अनुमति के बावजूद उल्लंघन का आरोप
मामला तब सामने आया जब अधिवक्ता अब्दुल नफीस खान ने जनदर्शन कार्यक्रम के तहत कोरबा जिलाधीश को एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की। शिकायत में कहा गया है कि तहसीलदार नजूल कोरबा ने 31 दिसंबर 2024 को बालको को G-9 आवास निर्माण के लिए सशर्त अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्रदान किया था। इसके बाद, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोरबा ने 2 मई 2025 को उसी भूमि पर लगे दशकों पुराने पेड़ों को स्थानांतरित करने की सशर्त अनुमति दी थी।

गिनती में हेरफेर और असंभव स्थानांतरण का दावा
शिकायतकर्ता अब्दुल नफीस खान का आरोप है कि बालको प्रबंधन ने अनुमति आवेदन में षड्यंत्र पूर्वक मात्र 172 पेड़ होने की जानकारी दी, जबकि वास्तविक संख्या लगभग 440 बड़े पेड़ हैं, जिनकी आयु 20-30 वर्ष बताई जा रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि दशकों पुराने इन पेड़ों को स्थानांतरित कर जीवित रख पाना लगभग असंभव है। यह तथ्य पर्यावरणविदों और आम जनता के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, क्योंकि यह सीधे तौर पर क्षेत्र की जैव विविधता को प्रभावित करेगा।

शिकायतों के बावजूद बेअसर रहा प्रशासन का रुख
अधिवक्ता खान ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में 5 जून 2025 को माननीय जिलाधीश कोरबा के समक्ष और 9 जून 2025 को अपर कलेक्टर कोरबा के समक्ष सभी दस्तावेजों के साथ शिकायत की थी। उन्होंने अधिकारियों से लगभग 440 बड़े पेड़ों और स्थानीय जैव विविधता को बचाने की भावुक अपील भी की थी, लेकिन अफसोस है कि आज तक इन आवेदनों पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। इस उदासीनता ने बालको प्रबंधन को मनमानी करने का अवसर दे दिया है।

रात के अंधेरे में कटाई, नियमों का खुला उल्लंघन
शिकायत पत्र में सबसे गंभीर आरोप यह है कि बालको प्रबंधन ने बिना पेड़ों को स्थानांतरित किए ही G-9 आवास का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। इससे भी बढ़कर, गत रात्रि जेसीबी मशीन चलाकर कुछ बड़े पेड़ों को गिरा दिया गया है। खान के अनुसार, यह 2 मई 2025 के आदेश का खुला उल्लंघन है। उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि बालको प्रबंधन इसी तरह धीरे-धीरे रात के अंधेरे में पेड़ों को काटने का षड्यंत्र रच रहा है। यह कृत्य न केवल कानूनी रूप से गलत है, बल्कि पर्यावरण के प्रति घोर लापरवाही भी दर्शाता है।

आक्रोशित स्थानीय निवासी और पर्यावरण प्रेमियों की मांग
पेड़ों की इस अवैध कटाई से स्थानीय निवासी और पर्यावरण प्रेमी अत्यधिक आक्रोशित हैं। उन्हें डर है कि यदि तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, तो G-9 आवास निर्माण स्थल पर लगे सभी 440 बड़े पेड़ पूरी तरह से काटे जा सकते हैं। ऐसी स्थिति में, वे जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।

क्या होगी कार्रवाई? न्याय की आस में पर्यावरण प्रेमी
अधिवक्ता अब्दुल नफीस खान ने जिलाधीश महोदय से प्रार्थना की है कि बालको को G-9 आवास निर्माण के लिए दी गई 31 दिसंबर 2024 और 2 मई 2025 की अनुमति को तत्काल निरस्त किया जाए। साथ ही, निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगाई जाए और आदेश की अवमानना करते हुए वृक्षों की कटाई के लिए बालको प्रबंधन के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

इस संवेदनशील मामले में जिला प्रशासन का अगला कदम क्या होगा, यह देखने वाली बात होगी। पर्यावरण और स्थानीय जैव विविधता को बचाने की इस लड़ाई में, उम्मीद है कि न्याय की जीत होगी और पेड़ों पर चल रही कुल्हाड़ी को रोका जा सकेगा।

यह घटना एक बार फिर हमें याद दिलाती है कि विकास परियोजनाओं को पर्यावरण संरक्षण के मूल्यों की कीमत पर पूरा हरगिज़ नहीं किया जाना चाहिए।

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