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शुक्रवार, दिसम्बर 12, 2025
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कोरबा में संविधान सुरक्षा संकल्प दिवस: मंत्री लखनलाल देवांगन ने अंबेडकर की विरासत को जन-जन तक पहुंचाने का किया आह्वान

संविधान सुरक्षा संकल्प दिवस में संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर के विचारों पर चला आत्ममंथन

कोरबा (पब्लिक फोरम)। सिद्धार्थ लोककल्याण समिति एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में 6 दिसंबर 2025 को घंटाघर कोरबा में विश्व रत्न डॉ. बाबा साहब अंबेडकर महापरिनिर्वाण एवं संविधान सुरक्षा संकल्प दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ शासन के श्रम, उद्योग एवं आबकारी मंत्री लखनलाल देवांगन रहे, जबकि अध्यक्षता कोरबा नगर पालिक निगम की महापौर संजूदेवी राजपूत ने की।

कार्यक्रम का संचालन गोपाल ऋषिकर भारती ने किया। विशिष्ट अतिथियों में युवा नेता एवं एमआईसी सदस्य नरेंद्र देवांगन, मेडिकल कॉलेज कोरबा के डीन डॉ. के.के. सहारे, आदिवासी समाज नेता श्यामलाल मरावी, पार्षद मुकुंद सिंह कंवर, मूलनिवासी मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सचिव सुनील सुना, समाजसेवी महेंद्र थवाईत, महिला नेत्री कोमलता साहू सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

“आरक्षण न होता तो मैं महापौर और मंत्री नहीं बन पाता” — लखनलाल देवांगन

मुख्य अतिथि मंत्री लखनलाल देवांगन ने अपने उद्बोधन में कहा कि 6 दिसंबर केवल पुण्यतिथि नहीं, बल्कि संविधान और सामाजिक समानता के प्रति संकल्प का दिन है। उन्होंने कहा— “बाबा साहब अंबेडकर ने साबित कर दिया कि योग्यता किसी जाति की बपौती नहीं होती। यदि संविधान में पिछड़ों के लिए प्रावधान और आरक्षण न होता, तो मैं न पार्षद बन पाता, न महापौर, और न आज मंत्री होता।”

उन्होंने संविधान को घर-परिवार तक अपनाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि बाबा साहब की दी हुई व्यवस्थाएँ ही भारत को समानता, न्याय और अवसर का राष्ट्र बनाती हैं।

मंत्री देवांगन ने कार्यक्रम के वार्षिक आयोजन में सहयोग के लिए अपनी स्वैच्छिक निधि से 25,000 रुपए प्रतिवर्ष देने की घोषणा की। साथ ही महिला कलाकार कलेंद्री परिहार एवं उनकी गायन मंडली के लिए 10,000 रुपए प्रतिवर्ष का योगदान भी घोषित किया।

महापौर संजूदेवी राजपूत का संबोधन
अध्यक्षता कर रहीं महापौर संजूदेवी राजपूत ने कहा कि बाबा साहब ने गरीबों, वंचितों और विशेष रूप से महिलाओं के अधिकारों और समानता के लिए जो रास्ता बनाया, वह भारतीय लोकतंत्र की असली शक्ति है। उन्होंने कहा—
“हम सबकी जिम्मेदारी है कि संविधान को केवल किताबों में नहीं, बल्कि जीवन में उतारें।”

नरेंद्र देवांगन की घोषणा- 100 जरूरतमंदों को कंबल वितरण

विशिष्ट अतिथि युवा नेता नरेंद्र देवांगन ने कहा कि उनकी प्राथमिकता नगर निगम क्षेत्र में हर समुदाय के हित के कार्यों को आगे बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि आयोजन समिति ने लगभग सौ गरीब एवं वंचित नागरिकों के कंबल की आवश्यकता बताई, जिस पर उन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर कंबल प्रदान करने की घोषणा की।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दिया कार्यक्रम को ऊँचाई
कार्यक्रम में कलेंद्री परिहार एवं उनकी गायन मंडली ने बाबा साहब अंबेडकर के जीवन, मिशन और संविधान की महत्ता पर आधारित भावपूर्ण गीत प्रस्तुत किए, जिससे पूरा वातावरण संविधान सम्मान के उत्साह से भर उठा।

बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण और संविधान के जयघोष
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण और कैंडल जलाकर की गई।
“जब तक सूरज चांद रहेगा, बाबा तेरा नाम रहेगा” और “भारत का संविधान जिंदाबाद” के नारों ने पूरे स्थल को गूंजा दिया।

पार्षद एवं जिला खनिज न्यास सदस्य मुकुंद सिंह कंवर ने सभी अतिथियों और उपस्थित नागरिकों का आभार व्यक्त किया।

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