कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन की करतला-बरपाली इकाई ने वार्षिक पत्रकार सम्मेलन एवं दीपावली मिलन समारोह का भव्य आयोजन ग्राम सलिहाभांठा-नोनबिर्रा के पास स्थित मनमोहक जलाशय के तट पर किया। कोरबा, जांजगीर, बिलासपुर समेत अन्य जिलों से बड़ी संख्या में पत्रकार इस आयोजन में शामिल हुए। यह आयोजन न केवल पत्रकारों को जोड़ने का एक मंच बना, बल्कि पत्रकारिता की सशक्त भूमिका पर विचार-विमर्श का केंद्र भी रहा।
संगठन के अध्यक्ष रमेश कुमार राठौर ने इस सफल आयोजन के लिए सभी सदस्यों को बधाई दी और संगठन की मजबूती के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “पत्रकारिता समाज का दर्पण है, और हमें इसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाना है। हमारा उद्देश्य न तो किसी दल के पक्ष में है और न ही किसी के खिलाफ, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि शासन की योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।”
कार्यक्रम में संरक्षक जीडी मिश्रा, मनोज गुप्ता, सुखदेव कैवर्त समेत अन्य प्रमुख सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। संगठन के पदाधिकारी—अध्यक्ष लखन गोस्वामी, उपाध्यक्ष निमेश राठौर और सरोज रात्रे, कोषाध्यक्ष महेंद्र महतो, सचिव संजीव शर्मा सहित अन्य सक्रिय पत्रकारों ने आयोजन को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सभी ने जलाशय की प्राकृतिक छटा का आनंद लेते हुए स्वरुचि भोजन का स्वाद लिया। इस अनौपचारिक माहौल में संवाद और विचार-विमर्श का सिलसिला जारी रहा।
संगठन की मजबूती और पत्रकारों की भूमिका
इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य संगठन को मजबूत बनाना और पत्रकारों के बीच समन्वय स्थापित करना रहा। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के पत्रकारों ने अपने विचार साझा किए और संगठन की नीतियों को और प्रभावी बनाने के लिए सुझाव दिए। यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण था कि पत्रकारिता, चाहे वह प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक या सोशल मीडिया के माध्यम से हो, समाज में जागरूकता फैलाने और शासन-प्रशासन के लिए एक दर्पण बनने का काम करती है।
पत्रकारों की भूमिका पर जोर देते हुए वक्ताओं ने कहा, “पत्रकारिता समाज का चौथा स्तंभ है, और इसका उद्देश्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाना और शासन की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाना है।”
पत्रकारिता का मूल उद्देश्य शासन और समाज के बीच एक मजबूत पुल बनाना है। सम्मेलन में इस बात पर भी चर्चा हुई कि पत्रकारिता को निष्पक्ष और पारदर्शी रखना आवश्यक है। कार्यक्रम में यह भी जोर दिया गया कि पत्रकार अपने कार्यों से समाज में बदलाव ला सकते हैं और जरूरतमंदों की आवाज को शासन तक पहुंचा सकते हैं।
छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन का यह आयोजन पत्रकारिता की ताकत और इसकी सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाता है। ऐसे आयोजन न केवल पत्रकारों को एकजुट करते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए उन्हें प्रेरित भी करते हैं। यह सम्मेलन पत्रकारिता के मूल्यों को सशक्त करने और संगठन की एकजुटता को बढ़ाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुआ।
“पत्रकारिता केवल खबर देने का काम नहीं है, यह समाज को जागरूक करने और इसे बेहतर बनाने की जिम्मेदारी भी है,” यह संदेश इस आयोजन का सार रहा।
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