सोमवार, सितम्बर 15, 2025
होमआसपास-प्रदेशसक्ती के शासकीय महाविद्यालय में ज्ञान और संस्कृति का संगम:  रजत जयंती...

सक्ती के शासकीय महाविद्यालय में ज्ञान और संस्कृति का संगम:  रजत जयंती पर भव्य संगोष्ठी का आयोजन

सक्ती (पब्लिक फोरम)। शासकीय क्रांतिकुमार भारतीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के 25 गौरवशाली वर्षों का जश्न मनाते हुए एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अकादमिक चर्चा, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और बौद्धिक विमर्श का एक अनूठा संगम साबित हुआ, जिसने उपस्थित सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ज्ञान और कला के इस उत्सव ने महाविद्यालय के अकादमिक और सांस्कृतिक उत्कृष्टता के प्रति समर्पण को एक बार फिर रेखांकित किया।

ज्ञान की ज्योति: विद्वानों के विचार और शोध

कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत भाषण और कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुति के साथ हुआ, जिसने दिन भर के बौद्धिक सत्रों के लिए एक सकारात्मक माहौल तैयार किया। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर बी.के. पटेल ने अपने उद्बोधन में शिक्षा के महत्व और वर्तमान परिदृश्य में उसकी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को निरंतर सीखने और नवाचार के लिए प्रेरित किया।

राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष श्री एस.पी. अनंत ने अपने वक्तव्य में सामाजिक और राजनीतिक चेतना पर जोर दिया। इस अवसर पर, महाविद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राओं ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए, जो उनकी गहन अध्ययन क्षमता और विश्लेषणात्मक कौशल को दर्शाते थे। इन प्रस्तुतियों ने विभिन्न विषयों पर नई दृष्टि और विचार प्रदान किए, जिसकी सभी ने सराहना की। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ. यू.एन. कुर्रे ने अपने संबोधन में महाविद्यालय की उपलब्धियों की प्रशंसा की और भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।

कला और संस्कृति की मनमोहक प्रस्तुति

इस अकादमिक माहौल के बीच, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने एक नया रंग भर दिया। छात्रों द्वारा प्रस्तुत भावपूर्ण गीत, बांसुरी की मधुर धुन, और ऊर्जा से भरपूर सांस्कृतिक नृत्य ने दर्शकों का मन मोह लिया। इन प्रस्तुतियों ने न केवल मनोरंजन किया, बल्कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी प्रदर्शित किया। पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से महाविद्यालय की रजत जयंती यात्रा और भविष्य की योजनाओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया।

कुलपति का प्रेरक उद्बोधन और छात्रों का सम्मान

कार्यक्रम में माननीय कुलपति डॉ. ललित प्रकाश पटेरिया का आगमन एक विशेष आकर्षण रहा। उनके स्वागत के बाद, उन्होंने अपने प्रेरक उद्बोधन में उच्च शिक्षा में गुणवत्ता और अनुसंधान के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों को बड़े सपने देखने और उन्हें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया।

कार्यक्रम के दौरान आयोजित क्विज प्रतियोगिता के विजेता विद्यार्थियों को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे छात्रों का उत्साहवर्धन हुआ। यह सम्मान उनकी प्रतिभा और ज्ञान को मान्यता देने का एक प्रतीक था।

अध्यक्षीय उद्बोधन और आभार

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. डी.पी. पाटले ने अपने उद्बोधन में सभी अतिथियों, शिक्षकों और छात्रों को इस सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने महाविद्यालय की प्रगति में सभी के योगदान की सराहना की और भविष्य में भी इसी तरह के आयोजन करते रहने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

कार्यक्रम के अंत में, कार्यक्रम संयोजिका और रसायनशास्त्र विभाग की अध्यक्ष एवं IQAC प्रभारी डॉ. शकुंतला राज गोंड ने सभी अतिथियों को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। सोमेश कुमार घितोड़े ने सभी का आभार व्यक्त किया। मंच का सफल संचालन डॉ. ज्योति कुशवाहा एवं महेंद्र कुमार यादव ने किया। यह संगोष्ठी न केवल महाविद्यालय के लिए एक मील का पत्थर साबित हुई, बल्कि इसने छात्रों और शिक्षकों के लिए ज्ञान और प्रेरणा का एक नया द्वार भी खोला।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments