कोरबा (पब्लिक फोरम)। शहर के प्रख्यात चिकित्सक, समाजसेवी और राजनीतिज्ञ डॉ. जयपाल सिंह (70) का गुरुवार देर रात एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके असामयिक निधन की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।
डॉ. सिंह की विनम्र प्रकृति और समाजसेवा के प्रति अटूट समर्पण ने उन्हें कोरबा के निवासियों के दिलों में विशेष स्थान दिलाया था। उनका जीवन जनसेवा का एक ज्वलंत उदाहरण था, जिसने समुदाय को गहराई से प्रभावित किया।
इस दुःखद घटना से लगभग तीन महीने पूर्व, डॉ. सिंह की पत्नी श्रीमती रश्मि सिंह का भी हृदयाघात से आकस्मिक निधन हुआ था। इस दंपति ने अपने पीछे दो पुत्रियाँ और एक पुत्र छोड़ा है।
वर्तमान में पुणे में अध्ययनरत उनके पुत्र को तत्काल सूचित किया गया है, जो कोरबा के लिए रवाना हो चुके हैं। परिवार ने बताया कि अंतिम संस्कार की व्यवस्था पुत्र के आगमन के पश्चात की जाएगी।
डॉ. जयपाल सिंह के करीबी श्री बांजेल ने कहा है “उनका जाना क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है। वे न केवल एक कुशल चिकित्सक थे, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति थे जो हमेशा दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते थे।”
सामाजिक संगठन मूलनिवासी संघ के पदाधिकारी सुनील सुना ने बताया कि “डॉ. जयपाल सिंह ने संघर्षों में हमें बहुत कुछ दिया है। उनकी सेवाभावना और समर्पण अद्वितीय थे। उनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी।”
महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा है “डॉ. जयपाल सिंह का निधन हमारे शहर के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। हम उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।”
डॉ. सिंह के निधन से क्षेत्र में एक युग का अंत हो गया है। उनका जीवन और कार्य आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। कोरबा के लोग उनकी विरासत को सदैव संजोए रखेंगे और उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।
शोक: कोरबा के लोकप्रिय चिकित्सक डॉ. जयपाल सिंह का निधन; एक युग का अंत
RELATED ARTICLES
Recent Comments