गुरूवार, सितम्बर 19, 2024
होमआसपास-प्रदेशबलौदाबाजार जिला कार्यालय में कमिश्नर का आकस्मिक निरीक्षण: खनिज शाखा को कारण...

बलौदाबाजार जिला कार्यालय में कमिश्नर का आकस्मिक निरीक्षण: खनिज शाखा को कारण बताओ नोटिस और कैश बुक पूर्ण करने के निर्देश!

बलौदाबाजार (पब्लिक फोरम)। रायपुर के कमिश्नर महादेव कावरे ने बलौदाबाजार के जिला कार्यालय, एसडीएम और तहसील कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। यह उनका पहली बार यहां निरीक्षण था, जिसमें उन्होंने प्रशासनिक कामकाज और दस्तावेजों के रखरखाव का बारीकी से अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिला प्रशासन को सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए, ताकि सरकारी अभिलेखों का सही और सुरक्षित ढंग से प्रबंधन हो सके।

भू-अभिलेख के जल्द हस्तांतरण का आश्वासन
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर दीपक सोनी ने कमिश्नर कावरे का ध्यान जिले के भू-अभिलेखों की कमी की ओर आकर्षित किया, जिस पर कावरे ने आश्वासन दिया कि जल्द ही बचे हुए भू-अभिलेख रायपुर से बलौदाबाजार स्थानांतरित कर दिए जाएंगे। यह कदम जिले के भूमि रिकॉर्ड के प्रबंधन को और प्रभावी बनाएगा।

विभिन्न विभागों का निरीक्षण, खनिज शाखा पर विशेष ध्यान
कमिश्नर कावरे ने लगभग एक घंटे तक जिला कार्यालय की विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया, जिनमें वित्त शाखा, भू-अभिलेख शाखा, शिकायत शाखा, उद्योग विभाग, नजारत शाखा, महिला एवं बाल विकास, आदिवासी विकास और खनिज शाखा शामिल थे। खनिज शाखा में लेखापाल कामता प्रसाद बंजारे को रिकॉर्ड ठीक से न रखने और कैश बुक का संधारण नहीं करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

जिला पंचायत कार्यालय में कैश बुक संधारण पर नाराजगी
निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत कार्यालय की कैश बुक अधूरी पाए जाने पर कमिश्नर ने नाराजगी जताई। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि तीन दिनों के भीतर कैश बुक का संधारण पूरा किया जाए और इसे प्रस्तुत किया जाए। यह निर्देश प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दिया गया है।

नेमप्लेट और डिस्प्ले बोर्ड लगाने के निर्देश
कमिश्नर कावरे ने विभिन्न कार्यालयों में कर्मचारियों के नेमप्लेट और विभागों के नाम प्रदर्शित न होने पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने सभी कार्यालयों को निर्देश दिए कि तीन दिनों के भीतर नेमप्लेट और डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएं, ताकि नागरिकों को कार्यालय और कर्मचारियों की पहचान में कोई दिक्कत न हो। इसके अलावा, लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत आने वाले विभागों को अपने कार्यालयों के बाहर डिस्प्ले बोर्ड लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं।

अन्य विभागों का भी किया निरीक्षण
कमिश्नर ने अनुविभागीय राजस्व अधिकारी (एसडीएम) कार्यालय और तहसील कार्यालय का भी निरीक्षण किया, जहां उन्होंने प्रशासनिक प्रक्रियाओं की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सरकारी दस्तावेजों के सही प्रबंधन और जनता को प्रभावी सेवाएं प्रदान करने पर जोर दिया।

प्रमुख अधिकारी रहे उपस्थित
इस निरीक्षण के दौरान संयुक्त आयुक्त श्रीमती सरिता तिवारी, जिला पंचायत सीईओ दिव्या अग्रवाल, अपर कलेक्टर दीप्ति गौते, एसडीएम अमित गुप्ता, लेखाधिकारी पूजा रानी सोरी और अधीक्षक एम.एम. टाण्डेय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

कमिश्नर महादेव कावरे का यह निरीक्षण जिला प्रशासन की कार्यक्षमता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया था। खनिज शाखा में कैश बुक की अनियमितताओं को लेकर जारी किया गया कारण बताओ नोटिस एक महत्वपूर्ण कदम है, जो सरकारी प्रक्रियाओं में जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। इसके साथ ही, कैश बुक के संधारण पर दिए गए सख्त निर्देश यह दर्शाते हैं कि प्रशासन किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगा।

इसके अलावा, नेमप्लेट और डिस्प्ले बोर्ड लगाने के निर्देश प्रशासनिक पारदर्शिता और नागरिकों की सुविधा के लिए एक सकारात्मक पहल है। इससे सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों और विभागों की पहचान करना आसान होगा, जिससे नागरिकों को सेवा प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments