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बुधवार, फ़रवरी 5, 2025
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पानी की किल्लत से परेशान कॉलोनीवासी अक्रोशित: SECL प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल

पानी के संकट से बेहाल SECL कर्मचारी, प्रबंधन की अनदेखी से परिवारों में बढ़ रहा गुस्सा

कोरबा (पब्लिक फोरम)। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) गेवरा क्षेत्र की कॉलोनियों में पानी की समस्या पांच दिनों से विकराल रूप ले चुकी है। यहां के कर्मचारी और उनके परिवार बुनियादी सुविधा से वंचित हैं, जबकि पानी की किल्लत के समाधान के लिए कई बार SECL प्रबंधन को ज्ञापन और प्रदर्शन किए जा चुके हैं। इसके बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है, जिससे कॉलोनीवासियों में आक्रोश पनप रहा है और वे आंदोलन की राह पर हैं। कर्मचारी संतोष चौहान का कहना है कि प्रबंधन की इस अनदेखी का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ सकता है।

कामगारों की मेहनत और प्रबंधन की लापरवाही
SECL गेवरा के कर्मचारी न केवल दिन-रात मेहनत कर कंपनी का उत्पादन बढ़ाते हैं बल्कि देश के आर्थिक विकास में भी योगदान देते हैं। इसके बावजूद, कंपनी द्वारा करोड़ों रुपये कॉलोनियों की साफ-सफाई, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सेवाओं के नाम पर खर्च करने के बावजूद इन सेवाओं का अभाव बना हुआ है। कई कॉलोनियों और वार्डों में महीनों से पानी का संकट है। ऊर्जानगर कॉलोनी सहित अन्य क्षेत्रों में रहने वाले परिवार इस स्थिति से बेहद नाराज हैं और उनका आक्रोश दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है।

चेतावनी: आंदोलन का उठ सकता है तूफान
छत्तीसगढ़ ठेका कामगार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संतोष चौहान ने SECL प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रबंधन केवल खानापूर्ति में जुटा हुआ है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को सुविधाओं का लाभ दिलाने के नाम पर करोड़ों का बजट खर्च किया जा रहा है, लेकिन इसका असर जमीन पर नहीं दिख रहा। वहीं, कंपनी खदान प्रभावित गांवों के भूविस्थापितों को पुनर्वास और मुआवजे का भरोसा देकर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रही है, जिससे SECL के विस्तार में भी अड़चनें आ रही हैं।
पानी की किल्लत बनी ज्वलंत समस्या
प्रत्येक वर्ष पानी आपूर्ति के लिए लाखों-करोड़ों का टेंडर इशू किया जाता है, परंतु गांवों और कॉलोनियों में पानी की उचित व्यवस्था आज भी दूर की कौड़ी है। संतोष चौहान ने चेतावनी दी कि यदि प्रबंधन जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं करता, तो नाराज कर्मचारियों और प्रभावित गांवों के लोगों का आक्रोश एक बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है। इस स्थिति में उत्पन्न हालातों के लिए प्रबंधन स्वयं जिम्मेदार होगा।

आमजन और कर्मचारियों का दर्द
पानी जैसी बुनियादी जरूरत से वंचित रहना SECL कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए अपमानजनक स्थिति है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या प्रबंधन अपने ही कर्मचारियों और उनके परिवारों की समस्याओं के प्रति सचेत है। कर्मचारियों के दर्द और उनकी नाराजगी का समाधान तत्काल होना चाहिए, अन्यथा आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।

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