रायगढ़ (पब्लिक फोरम)। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को रायगढ़ जिले के पुसौर तहसील अंतर्गत ग्राम गढ़उमरिया में नवगुरुकुल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने नवप्रवेशी छात्राओं को लैपटॉप वितरित किए और उन्हें आत्मनिर्भरता तथा उच्च शिक्षा की ओर प्रेरित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।
मुख्यमंत्री ने नवगुरुकुल परिसर में स्थापित अत्याधुनिक कंप्यूटर लैब का निरीक्षण किया और शिक्षकों को निर्देश दिए कि वे बालिकाओं को तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ मूल्य आधारित संस्कार भी प्रदान करें। उन्होंने कहा कि “एक शिक्षक राष्ट्र का निर्माता होता है, इसलिए समाज में उनका सर्वोच्च सम्मान होना चाहिए।” श्री साय ने स्मरण कराया कि पिछले वर्ष चक्रधर समारोह के अवसर पर रायगढ़ में प्रयास विद्यालय का उद्घाटन किया गया था और अब नवगुरुकुल की स्थापना उसी शृंखला को आगे बढ़ाती है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, नवगुरुकुल की सह-संस्थापक सुश्री निधि और उनकी टीम की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से जशपुर जिले की 150 बालिकाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की उपलब्धि का उल्लेख करते हुए इस प्रयास को और व्यापक बनाने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार रोजगार सृजन और निजी क्षेत्र में अवसर बढ़ाने के लिए नई औद्योगिक नीति लागू कर रही है, जिससे प्रदेश के युवाओं को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि संस्था में प्रवेश पाने वाली 120 बालिकाएँ अपनी योग्यता और मेहनत का परिचय देती हैं। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास, ऊर्जा और कठिन परिश्रम से ही सफलता संभव है, इसलिए जीवन में निराशा के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने नवगुरुकुल की स्थापना को समय की आवश्यकता बताया और कहा कि यह संस्था बहनों को समर्पित होकर काम कर रही है। उन्होंने जानकारी दी कि रायगढ़ जिले में 35 करोड़ रुपये की लागत से नालंदा परिसर का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने बदलती तकनीक के साथ तालमेल बिठाकर शिक्षा प्राप्त करने और आत्मनिर्भर बनने पर जोर दिया। वहीं, नवगुरुकुल की सह-संस्थापक सुश्री निधि ने संस्था की शिक्षा प्रक्रिया और प्रशिक्षण पद्धति की जानकारी देते हुए कहा कि “हमारा उद्देश्य छात्राओं को केवल तकनीकी शिक्षा देना नहीं है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ाना है।”
शुभारंभ समारोह में पूर्व विधायक विजय अग्रवाल, गुरुपाल भल्ला, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव सहित अनेक जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में छात्राएँ मौजूद रहीं। सभी ने नवगुरुकुल की स्थापना को इस क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक पहल बताते हुए इसे बालिकाओं के शिक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर करार दिया।
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