विश्व-स्तरीय लिथियम भंडार, 76% लाभ राज्य सरकार को, 5 साल में होगा खनन
कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित कटघोरा क्षेत्र में भारी मात्रा में उच्च गुणवत्ता वाले लिथियम का भंडार खोजा गया है। यह खोज न केवल राज्य को इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग का प्रमुख केंद्र बनाएगी, बल्कि देश के आत्मनिर्भरता लक्ष्यों को भी मजबूत करेगी।
कटघोरा: लिथियम का खजाना
कटघोरा ब्लाक को देश का पहला लिथियम ब्लाक घोषित किया गया है। यहां पाया गया लिथियम मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और सामरिक महत्व के उपकरणों, ई-वाहनों की बैटरी बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा।
राज्य सरकार को भारी लाभ
यहां से निकाले गए लिथियम की बिक्री मूल्य का 76% हिस्सा राज्य सरकार को मिलेगा, जबकि 24% खनन कंपनी को जाएगा। यह राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय स्रोत होगा और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करेगा।
खनन और उत्पादन
केंद्र सरकार द्वारा 29 नवंबर को कटघोरा लिथियम और दुर्लभ पृथ्वी ब्लाक के लिए टेंडर जारी किया गया था। सोमवार को ई-ऑक्शन के बाद मैकी साउथ माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड को विजेता घोषित किया गया। कंपनी को अगले 5 साल में लिथियम भंडार का पता लगाना होगा और खनन शुरू करना होगा।
जीसीआई का अनुमान
जीसीआई के अनुमान के अनुसार, यहां एक टन कच्चे माल में 800 पीपीएम लिथियम सामग्री होने की संभावना है। यह भारत को लिथियम उत्पादन में अग्रणी देशों में से एक बना देगा।
कटघोरा में लिथियम की खोज छत्तीसगढ़ और भारत के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। यह न केवल राज्य को आर्थिक रूप से मजबूत करेगा, बल्कि देश को इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में एक वैश्विक शक्ति बनाने में भी मदद करेगा।
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