कोरबा (पब्लिक फोरम)। नगर पालिक निगम कोरबा के नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू ने निगम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रभारी मंत्री अरुण साव और निगम आयुक्त को पत्र लिखकर पक्षपातपूर्ण व्यवहार की शिकायत की है।
घटना का विवरण
नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू के अनुसार, पूर्व वार्ड क्रमांक 40 नेहरू नगर में 14वें वित्त आयोग की योजना के अंतर्गत 47 लाख रुपये की लागत से नाली निर्माण कार्य का भूमिपूजन 12 दिसंबर 2024, गुरुवार को संपन्न हुआ था।
समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस भूमिपूजन समारोह में निम्नलिखित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे:
– मुख्य अतिथि: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
– अध्यक्षता: प्रभारी मंत्री अरुण साव
– विशिष्ट अतिथि: कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन, सांसद ज्योत्सना महंत, विधायक प्रेमचंद पटेल, फुलसिंह राठिया, तुलेश्वर मरकाम
– स्थानीय प्रतिनिधि: तत्कालीन महापौर राजकिशोर प्रसाद, तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला कंवर, तत्कालीन सभापति श्याम सुंदर सोनी, तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल एवं तत्कालीन वार्ड पार्षद कृपाराम साहू

मुख्य आरोप
साहू जी का कहना है कि इस महत्वपूर्ण कार्य की शिलापट्टिका पर वार्ड पार्षद कृपाराम साहू का नाम शामिल नहीं किया गया है, जो स्पष्ट रूप से वार्ड पार्षद का अपमान और भाजपा सरकार की मनमानी को दर्शाता है।

पक्षपात का सबूत
साहू जी ने बताया कि 23 अक्टूबर 2024, गुरुवार को वार्ड क्रमांक 32 और 34 में 14वें वित्त आयोग की योजना के तहत सड़क और बत्ती प्रदाय कार्य का लोकार्पण इन्हीं अतिथियों द्वारा किया गया था। इन दोनों वार्डों की शिलापट्टिका में संबंधित वार्ड पार्षदों के नाम विशिष्ट अतिथि के रूप में अंकित किए गए हैं।
राजनीतिक पहलू
विशेष बात यह है कि उस समय निगम में कांग्रेस का महापौर था, फिर भी जानबूझकर वार्ड पार्षद का नाम शिलापट्टिका में शामिल नहीं किया गया।
नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू ने निम्नलिखित मांगें रखी हैं:
1. इसे निगम की चूक या लापरवाही मानते हुए तुरंत सुधार हो।
2. शिलापट्टिका में वार्ड पार्षद का नाम जोड़ा जाए।
3. इसके बाद ही कार्यस्थल पर शिलापट्टिका स्थापित की जाए।
यह घटना स्थानीय राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर सकती है और निगम प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल उठाती है।
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