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मंगलवार, जुलाई 1, 2025
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कोरबा में पंचायत की राजनीति का खूनी खेल: मेट की हत्या, षड्यंत्र का हुआ पर्दाफाश

कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पंचायत राजनीति के घातक परिणाम का मामला सामने आया है। पोड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक के ग्राम कुरथा में सरपंच के देवर द्वारा की गई साजिश का खुलासा हुआ, जिसमें रोजगार गारंटी योजना के मेट की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना का मकसद उपसरपंच और रोजगार सहायक को रास्ते से हटाना था, लेकिन षड्यंत्र का शिकार निर्दोष मेट हो गया।
5 जनवरी 2025 को, ग्राम कुरथा के कृष्णा पांडेय (मेट) अपने घर के बाहर उपसरपंच राम कुमार के साथ बाइक पर सवार थे। अचानक हुई गोलीबारी में कृष्णा पांडेय घायल हो गए। उन्हें पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन बाद में बिलासपुर के अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए केस दर्ज किया और जांच शुरू की। घटना का खुलासा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के मार्गदर्शन में साइबर सेल और कोरबी पुलिस टीम की सतर्कता से हुआ।

षड्यंत्र की कहानी

मुख्य आरोपी गजेन्द्र सोरठे ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह अपनी भाभी, जो वर्तमान में सरपंच हैं, के साथ पंचायत का सारा काम देखता था। उपसरपंच राम कुमार और रोजगार सहायक कलेश को वह अपनी योजनाओं में बाधा मानता था। गजेन्द्र ने इन दोनों को खत्म करने के लिए एक साल से साजिश रची।
गजेन्द्र ने अपने साथी वीरेंद्र कुमार आर्मो की मदद से एक लाख रुपये में पिस्तौल खरीदी। शिव प्रसाद सारथी ने अपने रिश्तेदार राजकुमार और रामकुमार को इस साजिश में शामिल किया। 15,000 रुपये एडवांस देकर उन्हें हत्या के लिए उकसाया गया।
घटना वाले दिन, आरोपी जंगल में छिपकर कृष्णा पांडेय और उपसरपंच राम कुमार का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही दोनों बाइक से निकले, आरोपी राजकुमार ने गोली चलाई, लेकिन गोली उपसरपंच की बजाय बाइक पर पीछे बैठे कृष्णा पांडेय को लग गई। घटना के बाद आरोपी जंगल की ओर भाग निकले।

पुलिस की कार्रवाई

गहन जांच के बाद पुलिस ने राजकुमार सारथी, गजेन्द्र सोरठे, शिव प्रसाद उर्फ मोनू और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल मोटरसाइकिल, पिस्तौल, दो मैगजीन और आठ जिंदा कारतूस बरामद किए गए।

आरोपियों की पहचान
1. राजकुमार सारथी (35), ग्राम रतनपुर, खडगवा
2. राम कुमार सारथी (19), ग्राम रतनपुर, खडगवा
3. गजेन्द्र सोरठे (27), ग्राम कुरथा, कोरबा
4. शिव प्रसाद उर्फ मोनू सारथी (25), ग्राम कुरथा, कोरबा
5. वीरेंद्र कुमार आर्मो (28), ग्राम मोरगा, कोरबा
6. बलिन्दर राजवाड़े (39), ग्राम मानी डेडरी, सुरजपुर

पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका

इस जटिल मामले को सुलझाने में एएसआई अफसर खान, साइबर सेल उपनिरीक्षक अजय सोनवानी और उनकी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम के अन्य सदस्यों ने भी उल्लेखनीय प्रयास किए।
यह मामला पंचायत राजनीति में बढ़ती महत्वाकांक्षाओं और इसके घातक परिणामों की एक कड़ी मिसाल है। पुलिस ने अपनी मुस्तैदी से इस षड्यंत्र का पर्दाफाश कर इंसाफ की दिशा में कदम बढ़ाया है।

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