कोरबा (पब्लिक फोरम)। कलेक्टर श्री अजीत वसंत की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कलेक्टर ने तहसीलवार राजस्व प्रकरणों के निराकरण की अद्यतन स्थिति की विस्तृत समीक्षा की और लंबित सभी राजस्व प्रकरणों के शीघ्र निराकरण में तेजी लाने के सख्त निर्देश दिए।
बैठक में अपर कलेक्टर अनुपम तिवारी, मनोज कुमार बंजारे, सभी एसडीएम, प्रभारी अधिकारी भू अभिलेख, अधीक्षक भू अभिलेख, सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदार उपस्थित थे।
प्राथमिकता पर अविवादित नामांतरण और सीमांकन
कलेक्टर ने अविवादित/विवादित नामांतरण, खाता विभाजन, सीमांकन, नक्शा बटांकन, अभिलेख शुद्धता, ई-कोर्ट प्रकरण और मसाहती गांवों के सर्वे सहित सभी राजस्व प्रकरणों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई भी आवेदन अनावश्यक रूप से समय सीमा से बाहर नहीं जाना चाहिए।
विशेष रूप से, अविवादित नामांतरण के आवेदनों की तहसीलवार समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने सभी तहसीलदारों को इन प्रकरणों के निराकरण में विशेष प्रयास करने और गंभीरता से प्रगति लाने को कहा। साथ ही, प्रभारी अधिकारी और सभी एसडीएम को इसकी नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए गए।

बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए, कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को बारिश से पहले सीमांकन के लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता से निपटाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बरसात में यह कार्य बाधित हो सकता है, इसलिए अगले कुछ दिनों तक राजस्व अमले की पूरी टीम सीमांकन के प्रकरणों को प्राथमिकता पर लेकर निपटाए।
5 साल से लंबित प्रकरणों का एक माह में निपटारा
बैठक में कलेक्टर, अपर कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार के न्यायालयों में दर्ज व लंबित प्रकरणों की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने ई-कोर्ट में विगत 5 वर्ष से अधिक समय से लंबित प्रकरणों का एक माह के अंदर पूर्ण निराकरण सुनिश्चित करने की कड़ी हिदायत दी। इसके अलावा, नक्शा बटांकन कार्य में भी तत्परता से कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए प्रगति लाने के निर्देश दिए गए।
कोटवारी भूमि और मसाहती गांवों पर विशेष ध्यान
कलेक्टर ने कोटवारी भूमि को शासन के रिकॉर्ड में दर्ज करने के लंबित प्रकरणों की जानकारी लेते हुए आगामी 15 दिनों में सिंगल ट्रांजेक्शन वाले कोटवारी जमीन का पुनर्विलोकन कार्यवाही निरंक करने के निर्देश दिए। एक से अधिक लोगों के ट्रांजेक्शन वाले प्रकरणों में भी शीघ्रता से कार्यवाही पूर्ण कर उक्त जमीन को वापस शासन के रिकॉर्ड में दर्ज करने की बात कही गई।
मसाहती ग्राम के सर्वे व नक्शा प्रकाशन की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेते हुए, कलेक्टर ने प्रारंभिक और अंतिम प्रकाशन की स्थिति पूछी और निर्देश दिए कि शेष मसाहती गांवों का भी नक्शा प्रकाशन का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण कराया जाए।
कलेक्टर श्री वसंत ने अंत में भू अर्जन, व्यपवर्तन, वृक्ष कटाई, डिजिटल सिग्नेचर, किसान किताब, आधार सीडिंग, स्वामित्व योजना, वन अधिकार पट्टा वितरण सहित अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा की और सभी संबंधित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण हेतु राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया।
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