रायगढ़ (पब्लिक फोरम)। जिले में निरक्षरता को जड़ से खत्म करने और हर नागरिक तक शिक्षा का उजाला पहुँचाने के उद्देश्य से उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान आकलन परीक्षा आगामी 7 दिसम्बर रविवार को आयोजित की जाएगी।
कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण श्री मयंक चतुर्वेदी ने आमजनों से अपील करते हुए कहा कि शिक्षा व्यक्ति का जीवन बदल देती है, इसलिए यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हमारे आस-पास कोई भी व्यक्ति अज्ञानता के अंधेरे में न रहे। परिवार, मोहल्ले, गांव और बस्ती-हर जगह से निरक्षरता को मिटाकर ही हम एक प्रबुद्ध समाज की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य समाज में जीवन भर सीखने की समझ विकसित करना, शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना, सीखने के अवसर सबके लिए सुलभ करना और निरक्षरों को साक्षर बनाकर उन्हें ज्ञान एवं कौशल से संपन्न करना है, ताकि वे जीवन के विभिन्न अवसरों से जुड़ सकें। विगत सत्रों में अध्ययनरत सभी शिक्षार्थियों की आकलन परीक्षा 7 दिसम्बर को आयोजित होगी। शिक्षार्थी अपनी सुविधा के अनुसार सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक किसी भी समय परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। प्रत्येक शिक्षार्थी को 3 घंटे का समय दिया जाएगा। कलेक्टर ने लोगों से आग्रह किया कि ज्यादा से ज्यादा लोग अपने घरों, पड़ोस और समुदाय में शिक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल होने के लिए प्रेरित करें, ताकि जिले को 100 प्रतिशत साक्षरता की ओर अग्रसर किया जा सके। आइए मिलकर ज्ञान का उजाला फैलाएं और जिले को पूर्ण साक्षरता की ओर ले चलें। हर उम्र में सीखना है आसान-उल्लास देता नई पहचान।
बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान आकलन परीक्षा 7 दिसम्बर कोहर उम्र में सीखना है आसान-उल्लास देता नई पहचान
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