कोरबा (पब्लिक फोरम)। बालकोनगर सेक्टर-5 के शासकीय स्कूल में गुरुवार रात अज्ञात चोरों ने चोरी और आगजनी की वारदात को अंजाम दिया। इस घटना ने शिक्षा के मंदिर की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्कूल प्रबंधन ने तत्काल बालको पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
गुरुवार रात अज्ञात चोरों ने स्कूल परिसर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की और कई सामान चोरी कर लिए। जानकारी के मुताबिक, चोरों ने स्कूल के कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर रखा सामान निकालने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने 10 कट्टी चावल चोरी करने का प्रयास किया। इनमें से 9 बोरियां चोर अपने साथ ले जाने में सफल रहे, जबकि एक बोरी स्कूल के बाहर पड़ी मिली।
इसके अलावा, चोरों ने अलमारियों का ताला तोड़कर महत्वपूर्ण फाइलें और अन्य सामान गायब कर दिए। इतना ही नहीं, उन्होंने स्कूल के खिड़की-दरवाजों को भी नुकसान पहुंचाया। स्टाफ रूम के दरवाजे को आग के हवाले कर दिया गया, जिससे कमरा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। सुबह जब एक शिक्षिका स्कूल पहुंचीं तो राख और बिखरे सामान देखकर स्तब्ध रह गईं।
इस घटना ने शिक्षा क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि चोरों ने न केवल चोरी की, बल्कि स्कूल की गरिमा को भी ठेस पहुंचाई है। यह घटना यह सवाल खड़ा करती है कि स्कूलों जैसी संस्थाओं की सुरक्षा व्यवस्था कितनी कमजोर है।
स्कूल प्रबंधन की शिकायत पर बालको पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और चोरी के दौरान छोड़े गए सुरागों को इकट्ठा किया। फिलहाल पुलिस आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है और संदिग्धों की तलाश में जुटी है।
शासकीय स्कूल बच्चों के भविष्य निर्माण का केंद्र होते हैं, और ऐसी घटनाएं न केवल भौतिक क्षति पहुंचाती हैं, बल्कि समाज में असुरक्षा का माहौल भी पैदा करती हैं। सरकारी स्कूलों में सुरक्षा की कमी और पुलिस गश्त की अनदेखी ऐसी घटनाओं को बढ़ावा देती है।
इस घटना से साफ है कि स्कूल परिसरों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना बेहद जरूरी है। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वह स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने और नियमित गश्त की व्यवस्था सुनिश्चित करे। साथ ही, समाज के हर व्यक्ति को भी यह समझना होगा कि शिक्षा के मंदिर को संरक्षित करना सामूहिक जिम्मेदारी है।
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