ऊपर उठती इमारतें, नीचे झुकती कामगारों की कमर – बालको में शिलान्यास का जश्न
कोरबा/बालकोनगर (पब्लिक फोरम)। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) द्वारा निर्मित किए जाने वाले जी-9 मंजिला आधुनिक आवासीय भवन परियोजना का शिलान्यास छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने किया। बालकोनगर सेक्टर-6 में आयोजित भूमिपूजन कार्यक्रम में बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार, कोरबा नगर पालिका निगम की महापौर मंजू देवी राजपूत, स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में बालको के अधिकारी-कर्मचारी एवं नागरिक उपस्थित रहे।
उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने वेदांता की तारीफों की पुल बांधते हुए कहा कि उद्योग किसी भी क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर लाते हैं और बालको इस दिशा में लगातार उल्लेखनीय योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास से स्थानीय जीवन स्तर में सुधार होता है और आसपास का व्यापार भी गति पकड़ता है।

कर्मचारियों के कल्याण के लिए वेदांता द्वारा किए जा रहे प्रयास उसकी सामाजिक और आर्थिक प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। यह बहुमंजिला भवन इन्हीं प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है तथा बालको औद्योगिक विकास के साथ कर्मचारियों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रहा है।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि यह परियोजना कर्मचारियों को आधुनिक, सुरक्षित और ऊर्जा-कुशल सुविधाएँ उपलब्ध कराने की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम है। सीईओ ने कहा कि इस परियोजना को साकार करने में छत्तीसगढ़ सरकार का सहयोग महत्वपूर्ण रहा है।
बालको की वन मिलियन टन विस्तार परियोजना न केवल क्षेत्रीय प्रगति को गति दे रही है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने आगे कहा कि भविष्य की धातु के तौर पर पहचान बना चुका एल्यूमिनियम वजन में हल्का, अधिक टिकाऊ और मजबूत होने के कारण औद्योगिक विकास, ऊर्जा परिवर्तन और विकसित भारत के निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

प्रस्तावित 9 मंजिला भवन में आधुनिक डिजाइन, उच्च सुरक्षा मानक, पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था तथा सामुदायिक उपयोग की सुविधाएँ शामिल होंगी। यह परियोजना क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ बनाने और आवासीय सुविधाओं के विस्तार की दिशा में नई मिसाल स्थापित करेगी।
कंपनी के आवासीय परिसर 60 से अधिक वर्ष पुराने हैं, जिनमें जर्जर दीवारें, रिसते छत और सीमित सुविधाएँ जैसी समस्याएँ सामने आ रही थीं। नए आवासीय फ्लैट इन कर्मचारियों को सुरक्षित, आधुनिक और गरिमापूर्ण रहने की सुविधा प्रदान करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होंगे।

इस परियोजना का निर्माण दिल्ली की प्रतिष्ठित कंपनी अहलूवालिया कॉन्ट्रैक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है, जिससे गुणवत्ता, आधुनिक तकनीक और समयबद्ध निर्माण सुनिश्चित होगा।
वैसे इस पूरे आयोजन में छत्तीसगढ़ के उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन देवांगन एवं वेदांता-बालको के सीईओ राजेश कुमार ने इस उद्योग में श्रमिकों की वास्तविक स्थिति और उनके वैधानिक अधिकार, बालको में कितने रोजगार बढ़े, पर्यावरण, प्रदूषण की स्थिति और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व “CSR” से वेदांता के इन 25 सालों के कार्यकाल में क्षेत्र का कितना विकास किया गया, इस मुद्दे पर भूल से भी चर्चा नहीं किया। छत्तीसगढ़ के स्थापना के रजत जयंती वर्ष में उद्योग और मंत्री को तो गर्व से बताना ही चाहिए था।
बहरहाल, अब यह देखना बाकी है कि प्रदेश में निजी उद्योगों और उद्योगपतियों के हितों को संरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध छत्तीसगढ़ सरकार के विकास के बड़े-बड़े वादों के बीच छत्तीसगढ़ के स्थानीय जनता को रोजगार और उनकी वास्तविक विकास की इमारतें कितनी ऊंचाई तक पहुंच पाती हैं। यह भी कि कोरबा के विधायक और छत्तीसगढ़ के उद्योग और श्रम मंत्री अपने प्यारे वेदांता प्रबंधन की प्रताड़ना से पीड़ित उन श्रमिक परिवारों के साथ भी कभी सहानुभूति के साथ खड़े हो पाएंगे जिनके लिए वे मंत्री बने हैं?





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