बालकोनगर (पब्लिक फोरम)। भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) में नियमित कर्मचारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में ठेका कर्मचारी भी कार्यरत हैं। कंपनी के विकास और उत्पादन में ठेका कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बालको की उत्पादन क्षमता अब 10 लाख टन एल्युमिनियम प्रतिवर्ष तक पहुंच रही है, जिसमें सबसे अधिक योगदान इन्हीं श्रमिकों का है।
दशहरा और दीपावली के अवसर पर हर वर्ष कर्मचारियों को एक्सग्रेसिया/बोनस दिए जाने की परंपरा रही है। बालको के 11वें वेतन समझौते के अनुसार, नियमित कर्मचारियों को पिछले वर्ष की अनुग्रह राशि का 10 प्रतिशत और 5 प्रतिशत लाभांश देने का प्रावधान किया गया है। इसी संदर्भ में अब ठेका कर्मचारियों के हितों को लेकर यूनियन ने आवाज उठाई है।

एल्युमिनियम एम्पलाइज यूनियन (एटक) के महासचिव सुनील सिंह ने बालको प्रबंधन को एक मांगपत्र सौंपा है। इसमें कहा गया है कि ठेका कर्मचारियों को भी नियमित कर्मचारियों के बराबर एक्सग्रेसिया प्रदान किया जाए। इसके साथ ही आगामी दीपावली पर उन्हें 20 ग्राम चांदी का सिक्का भी देने की मांग रखी गई है। यूनियन का कहना है कि इस राशि का वितरण दशहरा से पूर्व ही किया जाना चाहिए, ताकि कर्मचारियों को त्यौहारों पर आर्थिक सहूलियत मिल सके।
यूनियन का स्पष्ट मत है कि ठेका कर्मचारी, नियमित कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कंपनी के विकास में योगदान दे रहे हैं। ऐसे में उन्हें समान अधिकार और लाभ मिलना न्यायसंगत है।
बालको के वेदांता प्रबंधन द्वारा इस मांग पर क्या रुख अपनाया जाएगा, इसे लेकर कर्मचारियों और श्रमिक संगठनों में उत्सुकता बनी हुई है।
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