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सोमवार, जुलाई 28, 2025
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विश्व सिकल सेल दिवस पर जागरूकता अभियान: जानें इसके लक्षण और रोकथाम के उपाय

कोरबा (पब्लिक फोरम)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समृद्ध और समावेशी भारत की कल्पना को साकार करते हुए देश को सिकल सेल एनीमिया मुक्त करने के उद्देश्य से सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन प्रारंभ किया गया है। इस मिशन के अंतर्गत 0 से 40 वर्ष की आयु वर्ग के सभी व्यक्तियों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की जा रही है।

विश्व सिकल सेल दिवस: प्रतिवर्ष की भांति 19 जून 2024 को विश्व सिकल सेल दिवस मनाया जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस वर्ष की थीम “प्रगति के माध्यम से आशा: विश्व स्तर पर सिकल सेल देखभाल को आगे बढ़ाना” घोषित की गई है। इस अवसर पर जिले के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों में सिकल सेल संबंधित जनजागरूकता, प्रचार-प्रसार, काउंसिलिंग और सिकल सेल जेनेटिक कार्ड का वितरण किया जाएगा।

सिकल सेल उन्मूलन मिशन: मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. एस.एन. केशरी ने बताया कि इस बीमारी का प्रभाव अकेले रोगी पर नहीं बल्कि पूरे परिवार पर पड़ता है। सिकल सेल बीमारी के बारे में शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ शीघ्र पता लगाने और उपचार सुनिश्चित करने के लिए स्क्रीनिंग और जागरूकता दोनों रणनीति अपनाई जा रही है।

सिकल सेल एनीमिया: यह एक वंशानुगत रक्त विकार है जो लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करता है। स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं आमतौर पर गोल और लचीली होती हैं, जिससे वे रक्त वाहिकाओं के माध्यम से आसानी से आगे बढ़ सकती हैं और पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुँचाती हैं। सिकल सेल एनीमिया में कुछ लाल रक्त कोशिकाएं दरांती या अर्धचंद्राकार आकार की होती हैं, जो रक्त प्रवाह को धीमा या अवरुद्ध कर सकती हैं। इससे असहनीय दर्द, अंग क्षति और कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

लक्षण और उपचार: सिकल सेल एनीमिया के लक्षण आमतौर पर 6 महीने की उम्र के आसपास दिखाई देते हैं और ये हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। इसके लक्षणों में एनीमिया (खून की कमी), आंखों में पीलापन, बदन में तेज दर्द, कोहनी या घुटनों में सूजन, बार-बार बुखार, बार-बार संक्रमण, थकावट, भूख न लगना और ऊँचाई सामान्य से कम होना शामिल हैं।

जागरूकता अभियान: सीएमएचओ ने बताया कि समस्त स्वास्थ्य कर्मचारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानिनों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने कार्यक्षेत्र में सिकल सेल एनीमिया के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करें। साथ ही, लोगों को यह भी बताया जाए कि शादी से पहले वर-वधु का सिकलिंग जांच/सिकल सेल टेस्ट कराना बहुत जरूरी है जिससे इस खतरनाक बीमारी से खुद को और अपनी संतान को सुरक्षित रखा जा सके।

निःशुल्क जांच और उपचार:  कलेक्टर अजीत वसंत और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. केशरी ने जिले के नागरिकों से आग्रह किया है कि सिकल सेल के लक्षण ग्रस्त व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर सिकल सेल की निःशुल्क जांच अवश्य कराएं। 0 से 40 वर्ष के सभी लोग सिकल सेल की निःशुल्क जांच कर सकते हैं। इसका उपचार सभी शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध है।

इस विश्व सिकल सेल दिवस पर, जिले में व्यापक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम और काउंसिलिंग के माध्यम से सिकल सेल एनीमिया के उन्मूलन का संकल्प लिया जाएगा।

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