कोरबा/बालकोनगर (पब्लिक फोरम)। भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बाल्को) ने अपने 60 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस कंपनी में हजारों बाल्को कर्मचारी और ठेका श्रमिक काम कर रहे हैं। एल्युमिनियम उत्पादन के साथ-साथ विद्युत उत्पादन में भी कंपनी ने उन्नति की है। हालांकि, इस सफलता के बावजूद, कर्मचारियों की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है।
कर्मचारियों के वेतन, सामाजिक सुरक्षा, और स्वास्थ्य पर प्रबंधन का ध्यान नहीं है। प्रबंधन केवल अपने प्रमोशन और अवार्ड्स पर केंद्रित है। कर्मचारियों की समस्याओं की अनदेखी की जा रही है, जिसके विरोध में एल्युमिनियम एम्पलाइज यूनियन (एटक) ने 31 जुलाई 2024 को एक दिवसीय विशाल धरना प्रदर्शन और आम सभा का आयोजन किया।
प्रदर्शन के दौरान एटक के राष्ट्रीय सचिव कॉमरेड एम.एल. रजक, अध्यक्ष एस.के. सिंह, महासचिव सुनील सिंह, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी, सचिव मनीष नाग, उपाध्यक्ष पी.के. वर्मा, संतोषी बरेठ, विजयलक्ष्मी चौहान, मन्नू लाल लठिया, आलेख मालिक, लाल मन सिंह और अन्य वक्ताओं ने कर्मचारियों को संबोधित किया। इस आम सभा में 300 से ज्यादा लोगों ने अपनी जागरूकता और एकता का प्रदर्शन किया।
यूनियन की प्रमुख मांगे
01. वेतन वृद्धि: एलटीएस में शामिल ठेका कर्मचारियों को सालाना वेतन वृद्धि 12% दिया जाए।
02. प्रमोशन: बचे हुए ठेका कर्मचारियों को जनरल प्रमोशन किया जाए।
03. कैंटीन अलाउंस: नॉन एलटीएस के ठेका कर्मचारियों को समान रूप से कैंटीन अलाउंस दिया जाए।
04. इंसेंटिव: नॉन एलटीएस के श्रमिकों को भी इंसेंटिव के रूप में अलग से राशि दी जाए।
05. स्वास्थ्य बीमा: ठेका कर्मचारियों के माता-पिता का भी स्वास्थ्य बीमा किया जाए और बाल्को अस्पताल में ओपीडी सुविधा मिले।
06. स्थायीकरण: 5 साल से ज्यादा काम कर चुके ठेका कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
07. प्रोडक्शन इंसेंटिव: ठेका कर्मचारियों को प्रोडक्शन इंसेंटिव दिया जाए।
08. एलटीएस अलाउंस: एलटीएस में शामिल ठेका कर्मचारियों के कैंटीन अलाउंस, कन्वेंस अलाउंस, और हाउस रेंट अलाउंस में बढ़ोतरी की जाए।
09. वेतन पर्ची और ईएसआई कार्ड: प्रोजेक्ट श्रमिकों को वेतन पर्ची, ओटी दूने दर पर, समय पर वेतन और ईएसआई कार्ड दिया जाए।
10. स्थानीय भर्ती: ऑपरेशन और प्रोजेक्ट में स्थानीय महिला और पुरुषों की भर्ती की जाए।
11. नो एंट्री: संयंत्र विस्तार के कारण भारी वाहनों की आवक को नियंत्रित करने के लिए नो एंट्री लगाया जाए।
12. वेतन गणना: एलटीएस में शामिल ठेका कर्मचारियों के वेतन का सही गणना कर श्रेणी निर्धारित की जाए।
इस प्रदर्शन के माध्यम से प्रबंधन को चेतावनी दी गई कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे आगे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगे। प्रदर्शन से पहले सहायक श्रम आयुक्त के पास त्रिपक्षीय वार्ता हुई, लेकिन उसमें कोई सहमति नहीं बन सकी, जिसके कारण यह आंदोलन जरूरी हो गया।
एटक और कर्मचारियों की इस एकता और संघर्ष से यह स्पष्ट हो गया है कि उनकी मांगें वाजिब हैं और इन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
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