भिलाई (पब्लिक फोरम)। सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स–ऐक्टू ने संयंत्र में आए दिन हो रहे हादसों और श्रमिकों की मौतों पर गंभीर चिंता जताते हुए मृतक व घायल श्रमिकों के परिवारों के प्रति हार्दिक सम्वेदना व्यक्त की है।
जून के महीने में मात्र 10 दिनों के अंदर ब्लास्ट फरनेस और एसएमएस-2 में चार हादसों में 2 श्रमिकों की मौत और लगभग दर्जन भर श्रमिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं जो प्रबंधन की सुरक्षा लापरवाहियों का परिचायक है।
सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स (ऐक्टू) के महासचिव श्याम लाल साहू ने कहा है कि प्रबंधन द्वारा सुरक्षा व अन्य श्रम-समस्याओं को लेकर श्रमिकों के साथ संवाद में कमी, मशीनों के मरम्मत कार्य को टालने तथा श्रमिकों व श्रम-संगठनों के सुझावों को अनदेखा करने से स्थिति खराब होती जा रही है।
ऐक्टू ने मांग की है कि मृतक ठेका श्रमिकों के आश्रितों को तत्काल उचित मुआवजा व संयंत्र में स्थायी नियुक्ति दी जाये। घायल श्रमिकों का उच्च स्तरीय इलाज कर उचित मुआवजा दिया जाये। ठेका श्रमिकों को दस्ताना, सेफ्टी शूज व अन्य सुरक्षा सामग्री उपलब्ध कराया जाये। श्रम कानूनों का पालन किया जाये। सुरक्षा नियमों की नियमित जानकारी दी जाये। मशीनों के समुचित मरम्मत व रख-रखाव पर ध्यान दिया जाये और श्रमिकों की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाये।
ऐक्टू ने हादसों में श्रमिकों की मौतों पर गंभीर चिंता एवं परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना जाहिर की
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