कोरबा (पब्लिक फोरम )। कोरबा जिले के शहरी मितानिनों ने अपने 8 सूत्री मांगों को लेकर तानसेन चौक पर धरना प्रदर्शन करके कोरबा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिसमें प्रमुख रूप से * मितानिन प्रोत्साहन राशि सहित 10 हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाए। * समस्त मितानिनों का अनिवार्य रूप से बीमा कराई जाए। * प्रोत्साहन राशि में प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाए। * संबंधित विभाग के अलावा अन्य विभागों में मितानिनो से कार्य न लिया जाए। * नियुक्ति अवधि से लेकर आज तक किए गए कार्यों की पूर्ण राशि का भुगतान समय पर किया जाए।* मितानिनों को स्वास्थ्य विभाग में योग्यता के अनुसार नियुक्ति दी जाए। * मितानिनों की असामयिक मृत्यु पर उनके एक आश्रित को नियुक्ति दी जाए। * कोरोना काल की राशि प्रदान किए जाएं।* मितानिनों के साथ अधिकारियों का अभद्र एवं व्यवहार पर तत्काल रोक लगाई जाए।
जिला मितानिन संघ के अध्यक्ष श्रीमती कविता राठौर ने बताया कि जिले में लगभग 380 शहरी मितानिन तथा सैकड़ों ग्रामीण मितानिन कार्यरत हैं । जो कि राज्य स्वास्थ्य संसाधन शहरी एवं ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यक्रम कोरबा के अधीन कार्य करते हैं। हम कोरबा शहरी मितानिनों का चयन समुदाय के द्वारा 2012 में किया गया है। उसके बाद हम मितानिनों से स्वास्थ्य विभाग के अलावा विभिन्न विभागों में कई तरह के कार्य करवाए जाते हैं।अधिकारियों के द्वारा मितानिनों के साथ ज्यादातर अभद्र व्यवहार किया जाता है। जिसका हम सभी मितानिन बहने विरोध करते हैं। मितानिनों के धरना-प्रदर्शन आंदोलन को ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल आफ ट्रेड यूनियंस ‘ऐक्टू’ तथा छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना आदि संगठनों ने समर्थन किया है।
धरना आंदोलन कार्यक्रम में कविता राठौर,कमलजीत कौर, क्रांति पटेल, सीमा साहू, सविता सिंह, रोमा पटेल, शारदा यादव, सुनीता यादव, गायत्री चौहान, केंवरा, बॉबी आदि मितानिनों ने अपनी बात रखी।
धरना प्रदर्शन आंदोलन में जिले के सैकड़ों मितानिन कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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