कोरबा (पब्लिक फोरम)। संविधान दिवस के अवसर पर सोमवार को कलेक्टोरेट परिसर में एक गरिमामय कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें अधिकारियों और कर्मचारियों ने भारतीय संविधान की मूल भावना के अनुरूप जनहित में कार्य करने का संकल्प दोहराया। यह कार्यक्रम 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान अंगीकृत किए जाने की स्मृति में हर वर्ष आयोजित किया जाता है।
कार्यक्रम में अपर कलेक्टर देवेंद्र पटेल ने कलेक्टर अजीत वसंत के निर्देशन में उपस्थित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन कराते हुए शपथ दिलाई। प्रस्तावना में निहित मूल्यों—सर्वभौमिकता, समाजवाद, पंथ-निरपेक्षता, लोकतंत्र और गणराज्य की भावना—के संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प लिया गया।

शपथ में यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि भारत के हर नागरिक को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय प्रदान करना, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना, तथा सभी नागरिकों को प्रतिष्ठा और अवसर की समता उपलब्ध कराना प्रशासनिक व्यवस्था की प्राथमिक जिम्मेदारी है। साथ ही, राष्ट्रीय एकता, अखंडता और बंधुता को मजबूत करने पर विशेष बल दिया गया।
इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर तुलाराम भारद्वाज सहित कलेक्टोरेट के विभिन्न शाखाओं के अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
इसी क्रम में जिले के सभी शासकीय कार्यालयों, ब्लॉक मुख्यालयों और ग्राम पंचायतों में भी संविधान की प्रस्तावना का वाचन कर शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें स्थानीय प्रशासनिक अमले की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली।
कार्यक्रम ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि देश की दिशा निर्धारित करने वाला जीवंत मार्गदर्शक है, जिसका पालन और संरक्षण हर नागरिक तथा प्रशासनिक तंत्र की सामूहिक जिम्मेदारी है।






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