कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ में रेत खदानों के पारदर्शी और प्रभावी आबंटन के लिए राज्य सरकार अब ई-नीलामी प्रणाली को अपनाने जा रही है। छत्तीसगढ़ गौण खनिज साधारण रेत (उत्खनन एवं व्यवसाय) नियम 2025 के तहत खनिज साधन विभाग द्वारा गौण खनिज साधारण रेत खदानों का आबंटन एमएसटीसी पोर्टल के माध्यम से ई-नीलामी (रिवर्स ऑक्शन) प्रक्रिया द्वारा किया जाएगा।
इस प्रणाली में निविदा जारी करने से लेकर बोलीदाताओं के पंजीयन, बोली प्रक्रिया, तकनीकी योग्यता की जांच, लॉटरी प्रक्रिया और अधिमानी बोलीदार के चयन तक की पूरी कार्यवाही ऑनलाइन माध्यम से संपन्न होगी। इससे खदान आवंटन प्रक्रिया अधिक पारदर्शी, प्रतिस्पर्धी और भ्रष्टाचारमुक्त बनेगी।
ई-नीलामी प्रक्रिया से संबंधित तकनीकी व प्रक्रियागत जानकारी के लिए खनिज साधन विभाग द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। बिलासपुर संभाग के इच्छुक बोलीदाताओं के लिए यह प्रशिक्षण 13 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से जल संसाधन विभाग, बिलासपुर के प्रार्थना सभा भवन में आयोजित किया जाएगा।
इस प्रशिक्षण में कोई भी इच्छुक व्यक्ति भाग ले सकता है। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को एमएसटीसी पोर्टल के उपयोग, पंजीयन, निविदा में भागीदारी, बोली लगाने की तकनीकी विधि और अन्य आवश्यक औपचारिकताओं की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
खनिज साधन विभाग के अनुसार, इस प्रशिक्षण का उद्देश्य इच्छुक बोलीदाताओं को ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया के प्रति सक्षम बनाना है ताकि रेत खदानों के आबंटन में दक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। विभाग ने सभी इच्छुक व्यक्तियों से अपील की है कि वे निर्धारित तिथि को उपस्थित होकर प्रशिक्षण का लाभ अवश्य लें।





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