कोरबा (पब्लिक फोरम)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) जिला परिषद कोरबा ने छत्तीसगढ़ सरकार से बिजली दरों में की गई वृद्धि को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की मांग की है। इस संबंध में भाकपा जिला सचिव पवन कुमार वर्मा ने आज प्रेस बयान जारी कर कहा कि भाजपा सरकार ने अपने दो वर्ष के कार्यकाल में तीसरी बार बिजली दर को बढ़ाकर मजदूरों, किसानों, व्यापारियों और आम जनता पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है। उन्होंने इस निर्णय को जनता विरोधी और निंदनीय बताया।
कॉमरेड वर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हाल ही में 400 यूनिट तक बिजली बिल आधा करने की योजना को समाप्त कर दिया, जिससे आम उपभोक्ताओं की परेशानी और गहरी हो गई है। इसके साथ ही कोरबा समेत विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली संयंत्रों और उद्योगों से निकलने वाले धुएं और राखड़ ने स्थानीय नागरिकों के स्वास्थ्य व पर्यावरण दोनों पर प्रतिकूल असर डाला है।
भाकपा का कहना है कि छत्तीसगढ़ अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के साथ-साथ अन्य राज्यों को भी बिजली आपूर्ति करता है। ऐसे में उपभोक्ताओं पर दर वृद्धि का बोझ डालना पूरी तरह अनुचित और अन्यायपूर्ण है। पार्टी की जिला इकाई ने राज्य सरकार से स्पष्ट रूप से मांग की है कि आम जनता को राहत देने के लिए बढ़ाई गई बिजली दरों को तुरंत निरस्त किया जाए।
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