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रायपुर कृषि विश्वविद्यालय में ’दीक्षा आरंभ’: नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को मिला भविष्य निर्माण का मार्गदर्शन

रायपुर (पब्लिक फोरम )| राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में शिक्षा सत्र 2025-26 के नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए आयोजित 14 दिवसीय प्रेरण कार्यक्रम ’दीक्षा आरंभ’ का शुभारंभ 18 अगस्त 2025 को कृषक सभागार में हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम और विश्वविद्यालय की शैक्षणिक एवं शोध संस्कृति से अवगत कराना है।

समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. राजीव प्रकाश, निदेशक, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भिलाई (छ.ग.) थे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने की। इस अवसर पर विद्यार्थी, उनके अभिभावक, विश्वविद्यालय के प्राध्यापक और विभिन्न महाविद्यालयों के अधिष्ठाता बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

मुख्य अतिथि प्रो. राजीव प्रकाश ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि स्वतंत्रता के दशकों बाद लागू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षा को केवल डिग्री और नौकरी का साधन नहीं मानती, बल्कि इसे व्यक्तित्व विकास और जीवन मूल्यों की साधना के रूप में प्रस्तुत करती है।
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा –
“शिक्षा हमें विचारवान और समाजोपयोगी बनाती है। यह हमें उत्कृष्टता और जिम्मेदारी की राह दिखाती है। नई शिक्षा नीति के माध्यम से हम एक नए भारत की कल्पना को साकार कर रहे हैं। मैं आप सभी से आग्रह करता हूँ कि कृषि को जीवनयापन का साधन और समाज सेवा का माध्यम बनाएं।”

समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने बीते वर्ष से ही नई शिक्षा नीति के अनुरूप पाठ्यक्रम और अध्ययन प्रणाली को लागू किया है।
उन्होंने बताया –
“हमारा विश्वविद्यालय कृषि शिक्षा, अनुसंधान और प्रसार में उत्कृष्टता के लिए समर्पित है। हम कृषि में नवाचार, स्थिरता और वैश्विक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षा को डिजाइन कर रहे हैं। दीक्षा आरंभ कार्यक्रम इसी शैक्षणिक और शोध संस्कृति की झलक है।”

इस प्रेरण कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को कई महत्वपूर्ण विषयों से अवगत कराया जाएगा, जैसे –

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और विश्वविद्यालय की शिक्षण व्यवस्था

छात्रवृत्ति एवं प्रधानमंत्री-विद्यालक्ष्मी योजना

एनएसएस, एनसीसी, सांस्कृतिक एवं खेल गतिविधियाँ

यूजीसी रैगिंग विरोधी नीति और महिला उत्पीड़न निरोधक उपाय

कृषि स्नातकों के लिए करियर के अवसर

कोर्स क्रेडिट प्रणाली, परीक्षा पद्धति, हॉस्टल एवं लाइब्रेरी सुविधाएँ

अनुसंधान प्रयोगशालाओं और प्रक्षेत्र का भ्रमण

इस दौरान विद्यार्थियों का व्यक्तित्व विकास, उद्यमिता प्रशिक्षण और व्यावहारिक अनुभव पर विशेष जोर रहेगा।

कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. आरती गुहे, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय रायपुर के स्वागत भाषण से हुई।
इसके बाद डॉ. एस.बी. वेरूलकर ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों पर विस्तृत व्याख्यान दिया।
दूसरे सत्र में डॉ. आरती गुहे, डॉ. एस.एस. सेंगर, डॉ. विनय पांडेय और डॉ. ए.के. दवे ने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की शिक्षण और शोध व्यवस्था की रूपरेखा से अवगत कराया।

’दीक्षा आरंभ’ केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह विद्यार्थियों को नवीन शिक्षा नीति की आत्मा से जोड़ने का प्रयास है। यह कार्यक्रम उन्हें सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों, व्यावहारिक अनुभव और समाजोपयोगी दृष्टिकोण से समृद्ध करेगा।
कृषि शिक्षा को राष्ट्र निर्माण का आधार मानते हुए यह पहल आने वाले वर्षों में कृषि और ग्रामीण भारत को नई दिशा देने में सहायक साबित होगी।

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