कोरबा (पब्लिक फोरम)| कोरबा नगर निगम ने शहर की यातायात व्यवस्था और सार्वजनिक सुरक्षा को प्रभावित करने वाले खुले मवेशियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। बार-बार की चेतावनी और अपील के बावजूद नियम तोड़ने वालों पर अब सीधी कानूनी कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में बालकोनगर थाना क्षेत्र के परसाभांठा बाजार, दुर्गा मंदिर गली में संचालित एक खटाल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और खटाल बंद कराने के लिए थाना प्रभारी को पत्र भेजा गया है।
खुले मवेशियों से बढ़ रहा हादसों का खतरा
निगम अधिकारियों के अनुसार, कई पशुपालक अपने पालतू मवेशियों को सड़कों पर खुला छोड़ देते हैं। इससे न केवल सड़क हादसों की संभावना बढ़ जाती है, बल्कि यातायात व्यवस्था भी बाधित होती है। सड़क पर बैठे या घूमते मवेशी आम नागरिकों और वाहन चालकों के लिए गंभीर असुविधा का कारण बनते हैं।
निगम जहां एक ओर काऊ कैचर के माध्यम से आवारा मवेशियों को पकड़कर गोठानों तक पहुंचा रहा है, वहीं दूसरी ओर पशुपालकों से बार-बार अपील भी की जा रही है कि वे अपने मवेशियों को घर पर ही सुरक्षित रखें। बावजूद इसके, कई पशुपालक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं।
खटाल में फैलाई जा रही गंदगी
बालको जोन के वार्ड क्रमांक 45 में स्थित इस खटाल संचालक पर आरोप है कि वह न केवल मवेशियों को खुला छोड़ता है, बल्कि खटाल की गंदगी को सामुदायिक भवन के बगल और सामने खुले में फेंक देता है। इससे क्षेत्र में गंदगी और दुर्गंध फैल रही है, जो स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बन सकती है।
निगम के बालको जोन उप प्रभारी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने और खटाल को बंद कराने के लिए बालकोनगर थाना प्रभारी को पत्र भेजा है।
आयुक्त की चेतावनी – “नियम तोड़ने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई”
नगर निगम आयुक्त आशुतोष पांडेय ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि कोई पशुपालक अपने मवेशियों को सड़क पर खुले में छोड़ेगा, तो उस पर दंडात्मक और वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल सड़क सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि शहर की स्वच्छता, यातायात प्रबंधन और जनस्वास्थ्य के लिए भी अहम है। खुले मवेशियों से जहां दुर्घटनाएं होती हैं, वहीं यह संक्रमण फैलने का कारण भी बन सकते हैं।
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