राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंचों पर छत्तीसगढ़ की कला को दिलाया गौरवपूर्ण स्थान
कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध तबला वादक और संगीत साधक मोरध्वज वैष्णव को उनके बहुमूल्य सांस्कृतिक योगदान के लिए हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सम्मानित किया। यह सम्मान राजधानी रायपुर स्थित एक होटल में आयोजित अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान प्रदान किया गया।
मोरध्वज वैष्णव विगत 25 वर्षों से कोरबा और छत्तीसगढ़ के युवाओं को शास्त्रीय तबला वादन और नृत्य की उच्च स्तरीय शिक्षा देकर कला के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहे हैं। उनके प्रशिक्षण से जुड़े अनेक विद्यार्थी आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर राज्य और देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
सम्मान समारोह में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री अरुण साव तथा राजस्व मंत्री भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने मोरध्वज वैष्णव के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक आत्मा का जीवंत प्रतीक बताया।
मोरध्वज वैष्णव न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी भारतीय शास्त्रीय संगीत की गरिमा को विश्व पटल पर स्थापित कर चुके हैं। उन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, जर्मनी सहित अनेक देशों में अपनी कला का प्रदर्शन कर वैश्विक स्तर पर छत्तीसगढ़ और भारत की सांस्कृतिक विरासत को प्रतिष्ठित किया है। इसके लिए उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान भी मिल चुके हैं।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि मोरध्वज वैष्णव जैसे कलाकारों का सम्मान केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि भारतीय कला-संस्कृति की जीवंत परंपरा का सम्मान है। यह युवा कलाकारों के लिए प्रेरणास्रोत है कि समर्पण और परिश्रम से वे भी विश्व मंच पर अपनी पहचान बना सकते हैं।
छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक गौरव को बढ़ाने वाले मोरध्वज वैष्णव को यह सम्मान मिलने पर कोरबा सहित पूरे प्रदेश में प्रसन्नता और गर्व की लहर है।
Recent Comments