शुक्रवार, जुलाई 4, 2025
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पाली ब्लॉक में मितानिन को सेवा से हटाने का आरोप: कलेक्टर जनदर्शन में उठा भ्रष्टाचार का मामला

– मितानिनों को डरा-धमकाकर कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराने का आरोप

– डीआरपी और एमटी पर रिश्वतखोरी व षड्यंत्र रचने का आरोप

पाली/हरदीबाजार (पब्लिक फोरम)। पाली विकासखंड अंतर्गत हरदीबाजार निवासी मितानिन कार्यकर्ता श्रीमती अनुसुईया राठौर को मितानिन सेवा कार्य से बाहर कर दिए जाने का मामला अब प्रशासनिक चौखट पर पहुँच गया है। श्रीमती अनुसुईया ने कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत पत्र सौंपते हुए डीआरपी व एमटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कार्यक्रम में वापसी के एवज में रिश्वत मांगी गई, न देने पर षड्यंत्रपूर्वक उन्हें हटाया गया।

श्रीमती राठौर ने बताया कि वे बीते 20 वर्षों से मितानिन कार्यक्रम से जुड़ी हैं और पूरी निष्ठा से सेवा कार्य करती रही हैं। वर्ष 2023 के पंचायत चुनाव में उन्होंने जनपद सदस्य पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। चुनाव पूर्व उन्होंने अपने मितानिन ट्रेनर (एमटी) के माध्यम से बीएमओ को पत्र सौंपा था, जिसमें स्पष्ट किया गया था कि यदि नियम अनुसार अनुमति नहीं हो सके तो इसे इस्तीफा माना जाए।

चुनाव उपरांत उन्होंने पुनः मितानिन सेवा में वापसी हेतु आवेदन किया, किंतु कथित रूप से उनके पूर्व पत्र का दुरुपयोग करते हुए उन्हें सेवा में वापसी से वंचित रखा गया। अनुसुईया का आरोप है कि डीआरपी विजय कश्यप, सुनीता कंवर और एमटी विमला कलिहारे द्वारा उनसे रिश्वत मांगी गई, और रकम न देने पर उन्हें गुमराह किया गया।

उन्होंने बताया कि 16 मई को उन्होंने पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर से की थी, जिसमें मितानिनों से की जा रही अवैध वसूली की जानकारी भी दी गई थी। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब हाल ही में, दो दिन पूर्व, आरोपित अधिकारियों द्वारा कुछ अन्य मितानिनों पर दबाव बनाकर कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराए गए हैं, जिसका इस्तेमाल अनुसुईया के खिलाफ किया जा रहा है।

शिकायत में यह भी कहा गया है कि उनके खिलाफ थाना में झूठी शिकायत दर्ज कराई गई है तथा अन्य मितानिनों को भड़काकर उनके खिलाफ वातावरण बनाया जा रहा है ताकि वे सेवा में वापसी न कर सकें। अनुसुईया का दावा है कि वे मितानिन संघ की सक्रिय सदस्य हैं और हमेशा मितानिनों के अधिकारों और शोषण के खिलाफ मुखर रही हैं, यही कारण है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।

पाली ब्लॉक मितानिन संघ ने भी दिया समर्थन
मितानिन संघ पाली ब्लॉक ने भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अनुसुईया राठौर को तत्काल मितानिन सेवा में बहाल करने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि अनुसुईया संघ की अध्यक्ष हैं और उनकी निष्कासन की कार्यवाही केवल संघ को कमजोर करने के उद्देश्य से की गई है।

संघ पदाधिकारियों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही और मितानिन सेवा में वापसी की मांग की है।

यह मामला न केवल व्यक्तिगत प्रताड़ना का है, बल्कि एक बड़े स्तर पर मितानिनों के साथ हो रहे शोषण और भ्रष्टाचार को उजागर करता है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और दोषियों के विरुद्ध क्या कदम उठाए जाते हैं।

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