कोरबा (पब्लिक फोरम)। कोरबा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। अडानी पावर प्लांट (पूर्व में लैंको) में दीवार फांदने की कोशिश कर रहे 15 वर्षीय नाबालिग चिंतामणि बिंझवार की 11 केवी की बिजली लाइन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा सोमवार सुबह कोरबा-चांपा मुख्य मार्ग पर स्थित पावर प्लांट में हुआ, जब चिंतामणि अपने दोस्तों के साथ प्लांट में घुसने की कोशिश कर रहा था। इस घटना ने न केवल एक परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया, बल्कि क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और युवाओं के भटकाव जैसे गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।
हादसे का भयावह मंजर
उरगा थाना क्षेत्र के तहत आने वाले इस पावर प्लांट में सुबह के समय यह दुखद घटना घटी। पुलिस के अनुसार, चिंतामणि अपने कुछ दोस्तों के साथ पावर प्लांट की 15 फीट ऊंची दीवार फांदकर अंदर घुसने की कोशिश कर रहा था। दीवार पर चढ़ते समय वह ऊपर से गुजर रही 11 केवी की हाई-वोल्टेज बिजली लाइन की चपेट में आ गया। करंट का झटका इतना तेज था कि वह तुरंत दीवार से नीचे गिर पड़ा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा इतना भयावह था कि आसपास के लोग सहम गए।
घटना की सूचना मिलते ही उरगा थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मेडिकल कॉलेज भेजा गया, और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक के परिजनों के बयान दर्ज किए गए हैं, और प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि चिंतामणि और उसके दोस्त प्लांट में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
मृतक चिंतामणि बिंझवार एक साधारण आदिवासी परिवार से ताल्लुक रखता था। उसके परिजनों ने बताया कि उसने प्राइमरी स्कूल के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और अक्सर अपने दोस्तों के साथ समय बिताता था। सोमवार सुबह वह घर से खेलने के बहाने निकला था, लेकिन किसी को नहीं पता था कि यह उसकी आखिरी सुबह होगी। मां-बाप के लिए अपने इकलौते बेटे को खोने का दर्द असहनीय है। चिंतामणि की मां ने रोते हुए कहा, “वह तो बस खेलने गया था… हमें क्या पता था कि ऐसा हो जाएगा।”
पहले भी हो चुकी हैं चोरी की घटनाएं
स्थानीय लोगों ने बताया कि पावर प्लांट का पिछला हिस्सा गांव से सटा हुआ है, जिसके कारण यह क्षेत्र चोरों के लिए आसान निशाना बन जाता है। पहले भी यहां तार, स्क्रैप और अन्य सामान चुराने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पावर प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था में कमी के कारण ऐसी घटनाएं बार-बार होती हैं। एक स्थानीय निवासी ने गुस्से में कहा, “अगर दीवार के पास बिजली की तारें सुरक्षित होतीं या सुरक्षा गश्त होती, तो शायद यह हादसा टल सकता था।”
उरगा थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि चिंतामणि और उसके दोस्तों का इरादा क्या था और क्या कोई बड़ा गिरोह इस घटना के पीछे शामिल है। साथ ही, पावर प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था की भी जांच की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों और स्थानीय ग्राम वासियों के साथ समन्वय की कमी को उजागर किया है।
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