रायगढ़ (पब्लिक फोरम)। बीती रात चक्रधरनगर के अंबेडकर चौक पर एक भयानक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक 59 वर्षीय व्यक्ति की जान चली गई। यह घटना तब हुई जब एक तेज रफ्तार हाईवा (CG 13 AR 5750) ने प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करते हुए एक स्कूटी (CG 12 BA 1773) को जोरदार टक्कर मार दी। स्कूटी सवार बोधराम पटेल की मौके पर ही मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हाईवा चालक ने नो-एंट्री जोन में लापरवाही से वाहन चलाया और स्कूटी को इतनी तेजी से टक्कर मारी कि वह वाहन के नीचे दब गई। हादसे के बाद हाईवा चालक ने वाहन को रोकने की बजाय स्कूटी को काफी दूर तक घसीटा, जिससे बोधराम पटेल की मौत हो गई। यदि चालक समय पर वाहन रोक देता, तो शायद इस दुर्घटना को टाला जा सकता था।
घटना की सूचना मिलते ही चक्रधरनगर थाना प्रभारी प्रशांत राव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। मृतक के भाई दौलत पटेल की शिकायत पर पुलिस ने हाईवा चालक मिथलेश कुमार (25) के खिलाफ मामला दर्ज किया। आरोपी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 और मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 3/181 के तहत केस दर्ज किया गया। मिथलेश को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
बोधराम पटेल की मौत ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। उनके भाई दौलत पटेल ने बताया कि बोधराम एक सरल और मेहनती व्यक्ति थे, जो अपने परिवार की देखभाल करते थे। उनकी अचानक मौत ने परिवार को मुश्किलों में डाल दिया है। दौलत ने कहा, “हमें न्याय चाहिए। लापरवाह ड्राइविंग ने मेरे भाई की जान ले ली।”
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करती है। नो-एंट्री जोन में वाहन चलाना और तेज रफ्तार से ड्राइविंग करना कितना खतरनाक हो सकता है, यह इस घटना से साफ जाहिर होता है। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून और जागरूकता की जरूरत है।
बोधराम पटेल की मौत ने न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना कितना जरूरी है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इससे बोधराम के परिवार का दर्द कम नहीं होगा। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने की जरूरत है।
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