रायपुर (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ मूल निवासी संघ की प्रदेश इकाई ने रायपुर के अंबेडकर चौक में एक विशाल जनसभा आयोजित कर महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। इस सभा में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए संघ के प्रतिनिधि, बुद्धिजीवी, और सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।
जनसभा का नेतृत्व संघ के प्रदेश प्रभारी योगेश साहू और महासचिव मनोज कुमार चौधरी ने किया। उनके साथ कोषाध्यक्ष तेरस राम, वरिष्ठ अंबेडकरवादी चिंतक जेपी बौद्ध, और अधिवक्ता भंजन जांगड़े जैसे प्रमुख व्यक्तित्व भी मौजूद थे। सभा का उद्देश्य राज्यपाल के माध्यम से सरकार तक अपनी मांगों और विचारों को पहुंचाना था।
महत्वपूर्ण भागीदारी और विचार-विमर्श
सभा में सामाजिक कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी, जैसे सुरेखा जांगड़ा, रामलाल गुप्ता, अमरजीत पटेल, और हाइकोर्ट एडवोकेट रजत आनंद ने अपने विचार प्रस्तुत किए। महिला प्रतिनिधियों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। वरिष्ठ अधिवक्ता कात्यायनी देवी और डॉ. विजय देवांगन ने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा और सामाजिक समानता के महत्व पर जोर दिया।
मूल निवासी संघ ने अपने ज्ञापन में सामाजिक न्याय, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने राज्य में मूल निवासियों के अधिकारों की रक्षा और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए ठोस नीतियां लागू करने की मांग की।
प्रेस वार्ता और मीडिया संवाद
सभा के बाद प्रेस वार्ता आयोजित की गई, जिसमें संघ के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन सामाजिक न्याय और समतावादी मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए है। उन्होंने डॉ. अंबेडकर के विचारों को अपनाने और उनके मार्गदर्शन में समाज में बदलाव लाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में सैकड़ों लोग, जिनमें बुद्धिजीवी, समाजसेवी, अधिवक्ता और युवा कार्यकर्ता शामिल थे, अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराई। यह आयोजन प्रदेश में सामाजिक और राजनीतिक जागरूकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
मूल निवासी संघ का यह प्रयास सामाजिक न्याय और अधिकारों की रक्षा के लिए एक प्रभावी कदम है। इस तरह के आयोजनों से न केवल जन जागरूकता बढ़ती है, बल्कि सरकार तक मजबूत संदेश भी पहुंचता है।
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