कोरबा (पब्लिक फोरम)। उपभोक्ताओं के अधिकारों को सशक्त बनाने और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से ओपन थिएटर घंटाघर में जिला उपभोक्ता आयोग कोरबा, नापतौल विभाग और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में भव्य उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस आयोजन में राज्य उपभोक्ता आयोग रायपुर के निर्देशानुसार विभिन्न विभागों ने सहभागिता की और अपने-अपने स्टॉल लगाकर आम जनता को योजनाओं और सेवाओं की जानकारी दी। प्रमुख विभागों में जिला चिकित्सालय, खाद्य विभाग, आदिवासी विकास विभाग, आयुर्वेद विभाग, नापतौल विभाग और महिला अधिवक्ता संघ शामिल थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ नगर निगम आयुक्त आशुतोष पांडे, दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी मनजीत जांगड़े और जिला उपभोक्ता आयोग की अध्यक्ष रंजना दत्ता द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। मुख्य अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए उपभोक्ताओं के अधिकारों की जानकारी देने पर जोर दिया।
खास उपस्थिति: कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मनीष शर्मा, जिला अधिवक्ता संघ के वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक तिवारी, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

आयोजन में भाग लेने वाले विभागों ने जागरूकता फैलाने के लिए अपने स्टॉल लगाए और जनता को कानूनी सलाह, मध्यस्थता प्रक्रिया, स्वास्थ्य सेवाओं, आयुर्वेदिक चिकित्सा, और खाद्य योजनाओं की जानकारी दी। चौपाटी संघ परिवार ने आगंतुकों के लिए मुफ्त चाय और पानी की व्यवस्था की, जो उनके समर्पण को दर्शाता है।
कार्यक्रम में राज्य उपभोक्ता आयोग रायपुर द्वारा ई-जागृति ऐप का शुभारंभ किया गया। इस ऐप के माध्यम से उपभोक्ता अपनी शिकायतों को ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं और ई-फाइलिंग के माध्यम से समाधान प्राप्त कर सकते हैं। आयोग के अधिकारियों ने उपभोक्ताओं को उनके डिजिटल अधिकारों के बारे में जानकारी दी।
विभिन्न विभागों के प्रमुखों और मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। जिला उपभोक्ता आयोग और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने आयोजन की सफलता में योगदान देने वालों का आभार व्यक्त किया।
आयोजन को सफल बनाने में समाजसेवी और अभियंता अंकित तिवारी, खाद्य विभाग, और विधिक सेवा प्राधिकरण के विकास देवांगन का विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम को उपभोक्ता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया, जिसमें जनता को जागरूक करने के लिए कई प्रभावी प्रयास किए गए। जिला उपभोक्ता आयोग की सदस्य ममता दास ने पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन किया।
यह कार्यक्रम उपभोक्ताओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। विभागों और अधिकारियों का समन्वय, डिजिटल पहल और जनता के प्रति समर्पण ने इसे यादगार बनाया। “ई-जागृति ऐप” जैसी पहल उपभोक्ताओं को सशक्त बनाएगी और उनकी समस्याओं का समाधान आसान करेगी।
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