कोरबा/हरदीबाजार (पब्लिक फोरम)। यादव धर्मशाला, हरदीबाजार में रविवार को भूविस्थापित कोयला कर्मचारी एसोसिएशन की कामकाजी बैठक आयोजित की गई। बैठक में संगठन से जुड़े विभिन्न मुद्दों और कर्मचारियों के अधिकारों पर गहन चर्चा हुई।
प्रदेश सचिव गणेश दास महंत का हरदीबाजार में पहली बार आगमन होने पर गुलदस्ते भेंट कर भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष उषा विश्वकर्मा, जिला अध्यक्ष संतोष पटेल, जिला उपाध्यक्ष रामेश्वर यादव, जिला सचिव प्रमोद पटेल, कोषाध्यक्ष राज ओग्रे, मीडिया प्रभारी बसंत पटेल और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में महिलाओं की भी सक्रिय भागीदारी रही, जिसमें मीणा कारण और लता आनंद जैसे नाम शामिल थे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य भूविस्थापित कोयला कर्मचारियों के अधिकारों, उनकी समस्याओं और संगठन की कार्ययोजना पर विचार-विमर्श करना था। चर्चा के दौरान उन चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया जिनका सामना कोयला कर्मचारियों को उनके पुनर्वास और रोजगार के मुद्दों को लेकर करना पड़ता है।
1. पुनर्वास के मुद्दे: भूविस्थापित कर्मचारियों के लिए स्थायी समाधान की मांग उठाई गई।
2. सामाजिक सुरक्षा: कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं की वकालत की गई।
3. वेतन और भत्ते: कोयला कर्मचारियों के वेतन में संशोधन और अन्य भत्तों की समीक्षा की आवश्यकता पर बल दिया गया।
4. संगठन की मजबूती: सदस्यों ने संगठन को और मजबूत बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार की।
बैठक में कर्मचारियों की पीड़ा और उनके संघर्ष की गहरी झलक दिखी। प्रदेश सचिव गणेश दास महंत ने कहा, “भूविस्थापित कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। हमें संगठित होकर सरकार और प्रबंधन से अपनी मांगें मजबूती से रखनी होंगी।”
बैठक के अंत में सभी सदस्यों ने एकजुट होकर यह निर्णय लिया कि आने वाले दिनों में सरकार और संबंधित विभागों से अपनी मांगों को प्रभावी ढंग से रखने के लिए एक रणनीतिक योजना बनाई जाएगी। साथ ही, संगठन को और मजबूत बनाने के लिए नए सदस्यों की भर्ती पर भी जोर दिया गया।
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