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सोमवार, जुलाई 7, 2025
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कोरबा में त्रिदिवसीय गुरु घासीदास जयंती समारोह: भव्य शोभायात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सम्मान समारोह का आयोजन

कोरबा (पब्लिक फोरम)। कोरबा सतनामी कल्याण समिति द्वारा परम पूज्य गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर त्रिदिवसीय समारोह का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 17, 18 और 19 दिसंबर 2024 को टी.पी. नगर सतनाम भवन, कोरबा में होगा। इस कार्यक्रम में जिलेभर से सतनामी समाज के प्रतिनिधि, युवा, और गणमान्य व्यक्ति भाग लेंगे।

पहला दिन: भव्य शोभायात्रा और उद्घाटन समारोह (17 दिसंबर 2024)
समारोह का शुभारंभ 17 दिसंबर को भव्य शोभायात्रा के साथ होगा। यह शोभायात्रा सीतामणी चौक, ईमलीडुग्गू से शुरू होकर कोरबा नगर के प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए विभिन्न कला प्रदर्शनों का साक्षी बनेगी। इसमें सतनामी समाज के प्रमुख युवा वर्ग, सामाजिक कार्यकर्ता, और राजमहंतगण शामिल होंगे, जो शोभायात्रा की शोभा बढ़ाएंगे।
शाम 8 बजे, मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों द्वारा समारोह का विधिवत उद्घाटन किया जाएगा।

दूसरा दिन: मुख्य समारोह (18 दिसंबर 2024)
दूसरे दिन का मुख्य समारोह विशेष भव्यता के साथ आयोजित होगा। मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय होंगे और कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री अरुण साव करेंगे। अति विशिष्ट अतिथियों में श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, सांसद ज्योत्सना चरण दास महंत, और अन्य गणमान्य अतिथि शामिल होंगे।
इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी, जिसमें समाज के युवा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

तीसरा दिन: समापन समारोह और सम्मान समारोह (19 दिसंबर 2024)
समापन समारोह 19 दिसंबर को आयोजित होगा। इसमें मुख्य अतिथि एस.के. बंजारा, मुख्य कार्यपालक निदेशक, सी.एस.ई.बी. कोरबा, और अध्यक्ष यू.आर. महिलांगे की उपस्थिति होगी।
विशिष्ट अतिथियों में डी.आर. जाटवर, रामचंद्र पाटले, और अन्य प्रमुख समाजसेवी शामिल होंगे। इस दिन समाज के उत्कृष्ट कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया जाएगा।

सांस्कृतिक कार्यक्रम और पंथीनृत्य प्रतियोगिता
तीन दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, जैसे पंथीनृत्य प्रतियोगिता, का आयोजन किया गया है। यह प्रतियोगिता समाज की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और नई पीढ़ी में इसे प्रोत्साहित करने का प्रयास है।
गुरु घासीदास जयंती समारोह केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह समाज को एकजुट करने और उनकी सांस्कृतिक पहचान को प्रोत्साहित करने का माध्यम है। यह आयोजन समाज के लोगों को प्रेरित करने और उनकी उपलब्धियों को सम्मानित करने का सुनहरा अवसर प्रदान करता है।

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