गुरूवार, नवम्बर 21, 2024
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बेजुबानों की आवाज़: बिलासपुर में पशु संरक्षण पर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित

बिलासपुर (पब्लिक फोरम)। चेतना सभा कक्ष, पुलिस लाइन बिलासपुर में आज “पशु संरक्षण कानून और संवेदनशीलता” पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बेजुबान पशुओं के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाना और पशु क्रूरता के मामलों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करना था। इस रेंज स्तरीय कार्यक्रम में बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, सारंगढ़, शक्ति और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही से आए 80 पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।

कार्यशाला का उद्देश्य और प्रमुख बिंदु

पुलिस महानिरीक्षक, बिलासपुर रेंज, डॉ. संजीव शुक्ला के निर्देश और पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर, श्री रजनेश सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यशाला में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम (Prevention of Cruelty to Animals Act) और अन्य संबंधित कानूनों पर गहन चर्चा की गई।

PETA इंडिया के विषय विशेषज्ञ, डॉ. किरण आहूजा (प्रोजेक्ट मैनेजर, रायपुर), एडवोकेट मीत आशर (सीनियर एडवोकेट, मुंबई), और मिस फरहत (दिल्ली) ने अपनी प्रस्तुतियों के जरिए पशु संरक्षण और संवेदनशीलता को लेकर जागरूकता बढ़ाई।
कार्यशाला में एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी सामने आया कि अपराधशास्त्र और मनोविज्ञान के शोध बताते हैं कि जो व्यक्ति पशु क्रूरता में लिप्त होते हैं, वे अक्सर अन्य हिंसात्मक अपराधों में भी संलिप्त पाए जाते हैं। फॉरेंसिक रिसर्च और क्रिमिनोलॉजी इंटरनेशनल जर्नल के आंकड़ों ने इस तथ्य को और मजबूत किया।
कार्यशाला में एडवोकेट मीत आशर ने पुलिस विभाग के साथ सहयोग को अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण से न केवल कानूनों का बेहतर क्रियान्वयन होगा, बल्कि पशु क्रूरता के मामलों में न्याय सुनिश्चित करने में भी मदद मिलेगी।
डॉ. किरण आहूजा ने समाज और पुलिस के बीच सहयोग को मजबूत बनाने पर जोर दिया और इसे पशु संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।

इंटरएक्टिव सत्र और जागरूकता प्रयास
कार्यक्रम का एक खास पहलू इंटरएक्टिव सत्र था, जहां पुलिस अधिकारियों ने विषय विशेषज्ञों से सवाल पूछकर अपनी शंकाओं का समाधान किया। इस सत्र में पशु क्रूरता रोकने के लिए कानूनों के व्यावहारिक उपयोग और प्रभावी कार्रवाई पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम के अंत में एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया की ओर से कानूनों की बुकलेट वितरित की गई, जिससे अधिकारियों को पशु संरक्षण से जुड़े मामलों में तुरंत कार्रवाई के लिए मदद मिल सके।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, श्रीमती मधुलिका सिंह, श्रीमती अर्चना झा, उप पुलिस अधीक्षक, श्रीमती रश्मित कौर चावला और श्री विकास पाटले सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।         (रिपोर्ट : प्रदीप मिश्रा)

               

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