कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित श्यांग में ख़्वाजा सूफी समसुद्दीन नक्शबंदी रहमतुल्लाह अलैहे की दरगाह को राज्य की सबसे खूबसूरत दरगाह के रूप में विकसित किया जा रहा है। दरगाह के सदर हाजी अखलाक ने बताया कि इसका निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, और आने वाले समय में यह श्रद्धालुओं के लिए हर सुविधाओं से सुसज्जित होगी।
श्यांग शरीफ दरगाह पर हर साल की तरह इस साल भी 22 से 24 सितंबर तक उर्स का आयोजन धूमधाम से किया गया। 22 सितंबर को परचम कुशाई और चादर व संदल का शाही जुलूस निकाला गया, जिसमें नात और कलाम पेश किए गए। रात 9 बजे से अजीजुल हक मिस्बाही ने नूरानी तकरीर के साथ श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक प्रवचन दिया।
23 सितंबर को महफिल-ए-शमा का आयोजन किया गया, जिसमें प्रसिद्ध कव्वाल शाकिब अली साबरी ने अपनी कव्वाली से हजारों श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। फैजाबाद, उत्तर प्रदेश से आए शाकिब अली की प्रस्तुति ने न सिर्फ जायरीनों का दिल जीत लिया बल्कि दरगाह कमेटी ने भी उन्हें दरगाह का दरबारी कव्वाल घोषित कर दिया।
उर्स के इस मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, और दरगाह कमेटी द्वारा सभी के लिए लंगर की व्यवस्था की गई थी। 24 सितंबर को कुल की फातिहा के साथ उर्स का समापन हुआ।
दरगाह के सदर हाजी अखलाक ने उर्स में शामिल सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि दरगाह में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जल्द ही हर आवश्यक व्यवस्था की जाएगी, ताकि दूर-दराज से आने वालों को किसी तरह की असुविधा न हो।
उर्स की सरपरस्ती शहर काजी रायपुर मोहम्मद अली फारूकी ने की, जबकि कोरबा शहर काजी कारी सैय्यद सब्बीर अहमद असरफी ने सदारत की। इस भव्य आयोजन में दरगाह कमेटी के प्रमुख सदस्य और स्थानीय गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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