न्यूयॉर्क (पब्लिक फोरम)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुलाकात की। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्ध की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इस संघर्ष के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा में बिगड़ती मानवीय स्थिति पर गहरी चिंता जताई और फिलिस्तीनी जनता के प्रति भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया।
इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कुवैत के क्राउन प्रिंस शेख सबा खालिद अल-हमद अल-सबाह से भी चर्चा की। इसके साथ ही, उन्होंने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से भी एक द्विपक्षीय बैठक की। इन मुलाकातों का उद्देश्य विभिन्न देशों के साथ संबंधों को और मजबूत करना और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करना था।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में गर्म रहेगा फिलिस्तीन का मुद्दा
प्रधानमंत्री मोदी और फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास की यह मुलाकात संयुक्त राष्ट्र महासभा की महत्वपूर्ण बैठक के इतर हुई। इस बार भी फिलिस्तीन का मुद्दा महासभा में चर्चा का केंद्र रहेगा। गाजा में इजरायल और हमास के बीच जारी हिंसा को लेकर कई देश अपनी चिंता और आक्रोश व्यक्त कर सकते हैं। इसके साथ ही, इजरायल द्वारा वेस्ट बैंक में बढ़ाई गई सैन्य कार्रवाई ने फिलिस्तीनी प्रशासन के साथ तनाव को और गहरा दिया है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की थी। यह बैठक भारत और नेपाल के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए हुई थी।
मध्य पूर्व में बिगड़ते हालात
मध्य पूर्व में इजरायल, फिलिस्तीन और लेबनान के चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह के बीच तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। हाल ही में, इजरायली हवाई हमले में हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर इब्राहिम अकील की मौत के बाद संगठन ने इजरायल पर रॉकेट और ड्रोन हमले किए हैं। हिजबुल्लाह ने यह भी कहा है कि उनकी इजरायल के साथ सीधी जंग शुरू हो चुकी है और उन्होंने इजरायल पर अंदर तक हमले करने की धमकी दी है। इस पूरे क्षेत्र में युद्ध जैसे हालात बन गए हैं, जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गहरी चिंता का विषय है।
क्वाड शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की भागीदारी
अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री मोदी न्यूयॉर्क पहुंचे। शनिवार को उन्होंने क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी मौजूद थे। इस बैठक के दौरान पीएम मोदी और बाइडन ने भारत-अमेरिका के बीच वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए नए रास्तों पर चर्चा की। यह बैठक वैश्विक चुनौतियों के समाधान और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता बढ़ाने के उद्देश्यों पर केंद्रित रही।
उक्त हालातों के आधार पर कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इन बैठकों का उद्देश्य केवल कूटनीतिक चर्चा तक सीमित नहीं था, बल्कि वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर एक मजबूत और संतुलित दृष्टिकोण विकसित करना भी था। गाजा में बिगड़ती स्थिति पर भारत का मानवीय चिंता व्यक्त करना यह दर्शाता है कि भारत अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के प्रति संवेदनशील और जिम्मेदार है।
इसके अलावा, हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच बढ़ता तनाव और वेस्ट बैंक में इजरायल की कार्रवाई ने मध्य पूर्व की स्थिति को और अधिक जटिल बना दिया है। पीएम मोदी की फिलिस्तीनी राष्ट्रपति से मुलाकात, फिलिस्तीनी संघर्ष में भारत की निष्पक्षता और शांति की दिशा में उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
न्यूयॉर्क में पीएम मोदी की महमूद अब्बास से अहम मुलाकात: गाजा की मानवीय स्थिति पर जताई चिंता!
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