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बुधवार, फ़रवरी 5, 2025
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कृष्णा नगर: गेवरा-पेंड्रा रेल कॉरिडोर का अभिशाप

वार्डवासियों ने आंदोलन का बिगुल फूंका, चरणबद्ध विरोध प्रदर्शन की तैयारी

कोरबा (पब्लिक फोरम)। गेवरा-पेंड्रा रेल कॉरिडोर परियोजना ने दीपका के वार्ड 7, कृष्णा नगर के निवासियों के लिए अभिशाप बनने का खतरा पैदा कर दिया है। इस प्रस्तावित रेल पथ के खिलाफ स्थानीय लोग शुरू से ही विरोध कर रहे हैं, क्योंकि कृष्णा नगर चारों दिशाओं से रेल पथ, कोयला सड़कों और वाशरी से घिर जाएगा। इससे निवासियों को आवागमन में कठिनाई और प्रदूषण की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, जिससे उनकी जीवनशैली बेहद कठिन हो जाएगी।

इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए दीपका नगर पालिका परिषद के वार्ड 7 में ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री सपुरन कुलदीप की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। आंदोलन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक समन्वय समिति भी बनाई गई, जिसमें संयोजक धरम दास गुप्ता, सहसंयोजक श्रीमती सीमा निर्मलकर और अन्य सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी गई।

बैठक में वार्ड पार्षद श्री सुशील कुमार गुप्ता, गोरेलाल सोनी, मीना दीदी, सीमा दीदी, पार्वती चंद्रा, गीताबाई महंत, ममता गुप्ता, तारा गुप्ता, आशा दीदी, मूलचंद राजपूत, इंदर सेन अग्रवाल, सरताज कुरेशी, शमीम कुरेशी, मोहम्मद अशरफ खान, पूर्व पार्षद कोमल कौशिक, श्री बलराम सिंह मौर्य समेत कई लोग उपस्थित थे।

गौरतलब है कि एसईसीएल कोरबा कोलफील्ड्स के गेवरा, दीपका, कुसमुंडा और कोरबा क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा कोयला भंडार है। इस भंडार का अधिकतम उपयोग और परिवहन की समस्या को हल करने के लिए गेवरा रोड-पेंड्रा रोड रेल कॉरिडोर परियोजना तैयार की गई है। इस परियोजना के तहत 135 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का निर्माण किया जा रहा है, जो दीपका-गेवरा क्षेत्र से कोयला परिवहन में मदद करेगी। लेकिन इससे कृष्णा नगर चारों दिशाओं से घिर जाएगा, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
आक्रोशित निवासियों ने अब आंदोलन का रास्ता चुन लिया है। एसडीएम कार्यालय में 30 जुलाई को धरना प्रदर्शन और कलेक्टर कार्यालय में 6 अगस्त को विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है। यदि उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो 20 अगस्त को कृष्णा नगर से होकर गुजरने वाली रेल लाइन को बंद करने का आंदोलन किया जाएगा।

ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति का समर्थन
कृष्णा नगर के निवासियों को रेल पथ निर्माण से होने वाली समस्याओं को देखते हुए ऊर्जाधानी संगठन ने भी अपना समर्थन दिया है। संगठन के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप के मार्गदर्शन में आंदोलन की रणनीति बनाई गई है।
श्री कुलदीप ने कहा कि “कृष्णा नगर चारों दिशाओं से घिर जाएगा और एक टापू बन जाएगा, जिससे यहां के लोगों को आवागमन और प्रदूषण से भारी परेशानी होगी। इसलिए, हमारी मांग है कि कृष्णा नगर को पूर्ण अधिग्रहित कर नए पुनर्वास और मुआवजा प्रदान किया जाए।”
कृष्णा नगर के निवासियों की आवाज को अनसुना करना अब असंभव है। उनकी मांगें जायज हैं और उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए।

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