शुक्रवार, नवम्बर 22, 2024
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मतगणना अभिकर्ताओं की सजगता से ही बचेगा लोकतंत्र: डॉ चरणदास महंत

कोरिया जिले के कांग्रेसजनों के बीच पहुंचे नेता प्रतिपक्ष

कोरबा (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष, डॉ. चरणदास महंत ने अपने चार दिवसीय प्रवास के अंतर्गत रविवार को कोरिया जिले का दौरा किया। वहां उन्होंने जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों एवं मतगणना अभिकर्ताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मतगणना प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करना।
डॉ. महंत ने अपने संबोधन में मतगणना अभिकर्ताओं की भूमिका पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा, “आज के समय में, जब हमारा लोकतंत्र विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहा है, तब मतगणना अभिकर्ताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। वे न केवल वोटों की गिनती करते हैं, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अखंडता को भी सुनिश्चित करते हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “कोरबा लोकसभा क्षेत्र में कुल 2,084 मतदान केंद्र हैं। प्रत्येक केंद्र पर, प्रत्येक गणना टेबल पर, आपकी उपस्थिति और सतर्कता अनिवार्य है। एक-एक वोट की गिनती में किसी भी प्रकार की गलती या धांधली लोकतंत्र की नींव को कमजोर कर सकती है।”

डॉ. महंत ने एक उदाहरण देकर अपनी बात को और स्पष्ट किया: “मान लीजिए, एक टेबल पर केवल 10 वोट आपकी नजर से छूट गए। यह संख्या छोटी लग सकती है, लेकिन जब आप इसे 2,084 बूथों से गुणा करेंगे, तो परिणाम बहुत बड़ा हो जाएगा। इसलिए, प्रत्येक वोट महत्वपूर्ण है।”

उन्होंने मतगणना अभिकर्ताओं से आग्रह किया कि वे किसी भी अनियमितता या संदेह पर तुरंत प्रतिक्रिया दें। “यदि आपको गणना के दौरान कोई गड़बड़ी या अनुचित व्यवहार दिखे, तो निडर होकर इसका विरोध करें। अपनी आपत्ति दर्ज कराना न भूलें। आपका एक कदम पूरे चुनाव की निष्पक्षता सुनिश्चित कर सकता है।”

बैठक में कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, पूर्व विधायक गुलाब कामरो, प्रदीप गुप्ता, नजीर अहमद, रमेशचंद्र सिंह, अशोक श्रीवास्तव, योगेश शुक्ला, अनिल जायसवाल, विष्णु दास, और भुपेन्द्र यादव और अजय सिंह शामिल थे। इन नेताओं की उपस्थिति इस बात का संकेत है कि पार्टी इस मुद्दे को कितना महत्व दे रही है।

डॉ. महंत का यह आह्वान केवल एक चुनाव तक सीमित नहीं है। यह भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और स्थायित्व के लिए एक दीर्घकालिक संदेश है। वे हमें याद दिलाते हैं कि लोकतंत्र की रक्षा करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है, विशेषकर उन लोगों का जो चुनाव प्रक्रिया में सीधे शामिल हैं।
इस तरह, डॉ. महंत का संदेश न केवल मतगणना अभिकर्ताओं के लिए एक निर्देश है, बल्कि यह पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है – हमारे लोकतंत्र की रक्षा और संवर्धन के लिए सभी को अपनी भूमिका निभानी होगी।

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