शनिवार, फ़रवरी 22, 2025
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मजदूरों के शोषण पर ही मालिक जीवित रहता है: नंदी

कांकेर। मजदूरों के शोषण पर ही मालिक, पूंजीपति वर्ग जीवित रहता है। उक्त विचार प्रदेश के वामपंथी विचारक सुखरंजन नंदी ने राजमिस्त्री मजदूर रेजा कुली एकता यूनियन के एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए बताया। शिविर मे अपनी विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि पूंजीवादी उत्पादन प्रणाली ही शोषण पर आधारित है, बिना मजदूरों के शोषण ही पूंजीपति वर्ग का मुनाफा या अधिक मूल्य का असली रहस्य है।

उन्होंने पूंजीपती वर्ग के शोषण के रहस्यों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि दरअसल मालिक श्रमिको के श्रम को खरीदता है लेकिन श्रमिको को सिर्फ इतना ही मजदूरों को मजदूरी देता है जितना पैसा से एक मजदूर और उसके परिवार को जीवित रख सकता है। शिविर में मालिक द्वारा मजदूरों के शोषण के लिए जिन हथकंडों को अपनाते है उसका खुलासा करते हुए नंदी ने बताया कि आधुनिक मशीन लगाकर मालिक मजदूरों के शोषण के रफ्तार को तेज कर अपनी मुनाफा को बढ़ाता है। इसका दुष्परिणाम मजदूरों की छटनी और बेरोजगारी बड़ती है,जिसके कारण लोगो की क्रयशक्ति में गिरावट आती है। जिसके कारण उत्पादित वस्तु मालिक बेच नही पाते। पूजीवादी उत्पादन प्रणाली में आर्थिक संकट पैदा होते है।

उन्होंने कहा कि आज दुनिया और देश में पूजीपति वर्ग इस आर्थिक संकट से गुजर रही है और इस आर्थिक संकट से निकलने के लिए पूजीपति वर्ग को एक तानाशाही सरकार की जरूरत होती है जो सरकार मालिकों के मुनाफा को सुनिश्चित कर सके और मजदूर और जनता पर बोझ डाल सके। इसी तारतम्य के हमारे देश की राजनीति को हमे देखना होगा। हमारे देश की सरकार भी इसी नक्षेकदम पर चल रही है,जो सरकार मजदूर और आम जनता को निचोड़कर कॉरपोरेट घरानों को राहत पहुंचा रही है।इस काम को अंजाम देने के लिए ही आज हमारी सरकार जनता की धार्मिक भावनाओं को उभारने की साजिश रच रही है ताकि जनता अपनी असली बुनियादी समास्यों को भुला सके।

मजदूरों को इस घिनौनी राजनीति को समझना होगा और ऐसी नापाक इरादों को ध्वस्त करना आवश्यक कदम है।
शिविर में राज्य भर से 103 प्रतिनिधियों ने भागीदारी किया जिसमे कांकेर के अलावा दुर्ग, कोरबा, केशकाल, धमतरी, चांपा जांजगीर, कोंडागांव के पदाधिकारी उपस्थित थे। प्रशिक्षण शिविर की अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष देवचंद भास्कर ने किया।

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