बेंगलुरु (पब्लिक फोरम)। ऑल इंडिया म्युनिसिपल वर्कर्स फेडरेशन संबद्ध ऐक्टू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की विस्तारित बैठक 15-16 जुलाई को बेंगलुरू मे संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता श्यामलाल प्रसाद, वी.शंकर, निर्मला व उदय भट्ट ने किया। बैठक में बिहार, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड। कर्नाटक, तमिलनाडु व आंध्र प्रदेश आदि राज्यों के साथियों ने हिस्सा लिया। छत्तीसगढ़ से भीमराव बागड़े, बृजेन्द्र तिवारी, लक्ष्मी खोब्रागड़े, रंजना भीमटे ने हिस्सा लिया. बैठक में बातचीत के बाद निम्न निर्णय लिए गए।
12 सितंबर को ठेका सफाई कर्मियों की मांगों को लेकर राष्ट्रीय प्रतिरोध दिवस मनाया जाएगा तथा प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके पूर्व निम्न मांगों को लोकप्रिय बनाने के लिए दस दिन तक अभियान चलाया जाएगा।
1) सभी ग्रामीण और शहरी स्थानीय निकायों में ठेका प्रथा को समाप्त किया जाय। सभी मौजूदा ठेका, संविदा, मानदेय, दैनिक कर्मियों को नियमित किया जाय।
2) नियमित कर्मचारियों को वेतन आयोग के द्वारा अनुशंसा एवं निर्णयों के आलोक में वेतन पुनरीक्षण तथा अन्य लाभ दिया जाए।
3) मैला ढोने की प्रथा को समाप्त किया जाय और दलितों को इस जाति आधारित भेदभाव से मुक्त किया जाय।
4) ठेका, संविदा, मानदेय, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को मृत्योपरांत आश्रितों को 10 लाख का अनुदान तथा अनुकंपा नियुक्ति दिया जाय।
5) सभी नगर निकाय कर्मियों को ईपीएफ एवं ईएसआई का लाभ दिया जाय।
6) नगर निकायों एवं ग्राम पंचायतों में सफाई कर्मियों के लिए कार्यस्थल पर पीने का पानी, विश्राम कक्ष, शौचालय, चेंजिंग रूम, सुरक्षा उपकरण की व्यवस्था किया जाय।
7) सफाई कर्मियों और अन्य नगर निकाय कर्मियों को आवास दिया जाय। शिक्षा व स्वास्थ्य की नि:शुल्क व्यवस्था की जाय।
8) कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न तुरंत रोक लगाई जाय। लिंग एवं जाति भेदभाव को समाप्त किया जाए।
8) मजदूर विरोधी चार श्रम कोडों को रद्द किया जाय।
बैठक में निर्णय लिया गया कि ऑल इंडिया म्युनिसिपल वर्कर्स फेडरेशन (ऐक्टू) का तीसरा राष्ट्रीय सम्मेलन जनवरी 2024 के अंतिम सप्ताह में बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा।
बैठक को ऑल इंडिया सेन्ट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स (ऐक्टू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष वी.शंकर ने विशेष रूप से संबोधित किया। उन्होंने आज की राजनीतिक परिस्थिति और मजदूर वर्ग की भूमिका पर मुख्य रूप से अपनी बात रखी।
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